गया. गया के छात्र इन दिनों सड़क पर उतरे हुए हैं. लगातार सरकार और विश्वविद्यालय से अपनी मांग रख रहे हैं. इसमें मगध विश्वविद्यालय के स्नातक, पीजी, बीएड तथा अन्य विषयों के छात्र आक्रोशित हैं. छात्र राज्य सरकार, राज्यपाल, मगध विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर पर जमकर निशाना साध रहे हैं. दरअसल विश्वविद्यालय के 2017, 2018-21, 2019-22 सत्र के छात्रों का रिजल्ट घोषित नहीं हो सका है, जिस कारण लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. छात्र कह रहे हैं कि मगध विश्वविद्यालय में भगवान मिल सकते हैं, लेकिन डिग्री मिलना बहुत मुश्किल है.
छात्रों को 5 साल पूरा होने के बाद भी नहीं मिलती है डिग्री
इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में नियमित सत्र के अलावा परीक्षा समय पर नहीं हो रही है. जिस कारण यहां के छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. 2018 में नामांकित छात्रों की डिग्री 5 साल पूरा होने के बाद भी नहीं मिली. लिहाजा अपनी मांगों को लेकर हजारों छात्र पिछले 2 दिनों से आंदोलन पर उतर आए हैं. सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि रिजल्ट प्रकाशित करें. विश्वविद्यालय के सत्र को नियमित करें. समय पर परीक्षा लें अन्यथा सरकार का घेराव कर छात्रों के द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.
बता दें कि विश्वविद्यालय के द्वारा समय पर रिजल्ट प्रकाशित नहीं करने से कई छात्रों की नौकरी पर भी तलवार लटक रही है. विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हजारों छात्र हैं, जिनका सरकारी नौकरी के लिए ज्वाइनिंग लेटर आ चुका है, लेकिन इन छात्रो को डिग्री नहीं मिल पा रही है. डिग्री के लिए यूनिवर्सिटी का महीनों तक चक्कर काटते रहते हैं. विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर नहीं होने का कारण छात्र अपनी समस्या को लेकर परेशान रहते हैं.
छात्रों ने बताया 2018-20 सत्र मे पीजी में नामांकन कराए थे, लेकिन अभी तक सिर्फ 2 सेमेस्टर की परीक्षा हुई है. तीसरे सेमेस्टर का फार्म भरे एक साल से उपर हो गया, लेकिन अभी तक परीक्षा नहीं हुई है. 2 साल का कोर्स 4 साल मे भी पूरा नहीं हुआ है, हम लोगों को सिर्फ आश्वासन मिलता है, लेकिन इसपर अमल नहीं होता. छात्रों ने बताया सरकार चाहती है, किसान का बेटा कुर्सी पर न बैठे इसलिए हमें शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है. समय पर रिजल्ट, परीक्षा और सत्र नियमित नहीं होगा तो सरकार उनके उग्र प्रदर्शन के लिए तैयार रहे.





