मोतिहारी. जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार सरकार पर खासे हमलावर हैं. मोतिहारी में जारी यात्रा के क्रम में प्रशांत किशोर ने बिहार के नेताओं को चेतावनी देने वाले लहजे में कहा कि अगर मेरा मुंह खुल गया तो किसी का धोती-पायजामा नहीं बचेगा. पीके ने कहा कि जब वोट देने की बात आती है तो उस समय हम सबकुछ भूल कर अपने जाति के लोगों को खोजने लगते हैं. बिहार में पिछले 30 साल से लोग सिर्फ चार मुद्दों पर वोट करते जा रहे हैं, जिसे अब बदलने की जरूरत है.
जन सुराज पदयात्रा के दौरान गरीबा गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने जनता से कहा कि आपको अपने बच्चों का दर्द क्यूं नहीं दिखता ? आज बिहार के नेताओं ने जनता के नस में जात-धर्म का ऐसा नशा घुसा दिया है कि आपको आपके बच्चों की फटियाली नहीं दिखती. आप अपने जाति के नेता को जिताने के पीछे अपने भविष्य को दावं में लगा देते हैं, पर क्या आपने कभी सोचा कि ऐसा करने से आपको क्या हासिल हो रहा है? जनता को स्वीकारने की जरूरत है कि उन्होंने अतीत में गलती की है.
किशोर ने कहा कि हाथ जोड़ कर बोल रहा हूं कि अपने बारे में नहीं तो कम से कम अपने बच्चों का सोचिए. बिहार की जनता में अभी भी बहुत कुछ बाकी है, जिसे हमें दुनिया को दिखाना है. उन्होंने तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि आज राजद और जदयू के नेता जो बिहार के गरीब लोगों को लूट कर अपना-अपना काम चला रहे हैं, अपना बर्थडे चार्टर प्लेन में मना रहे हैं, उनसे पत्रकार कभी क्यों नहीं पूछते कि आखिर वो इतना पैसा कहां से ला रहे हैं? खैर! मैंने तो इन पार्टियों के लिए काम भी किया है.
पीके ने कहा कि अगर मेरा मुंह खुल गया तो किसी का धोती-पायजामा नहीं बचेगा. है किसी में दम तो हमको पकड़ के दिखा दे. प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारे हर काम के लिए चेक से पैसा लिया-दिया जा रहा है. प्रशांत किशोर ने कहा कि आप वर्षों से अलग-आलग पार्टियों को वोट दे रहे हैं. इससे आपको हासिल क्या हो रहा है? आपको आश्वासन और छलावे के अलावा कुछ मिलेगा भी नहीं. अगर आप आने वाले समय में अपनी भागीदारी चाहते हैं तो जन सुराज अभियान में भागीदार बनिए. मैं आपको आश्वस्त करने आया हूं कि जमीन से जुड़े हर अच्छे आदमी को मौका दिया जाएगा.




