मुजफ्फरपुर : पुलिस की ला’परवाही से वर्ष 2022 के दौरान जेल में बंद 22 अ’पराधियों को जमानत मिली। इस पर जिला अभियोजन अधिकारी ज्ञानचंद्र भारद्वाज ने गृह विभाग के सचिव व अभियोजन निदेशक को रिपोर्ट भेजी है।
जिला अ’भियोजन अधिकारी की रिपोर्ट से इन अ’पराधियों के खिलाफ चार्जशीट नहीं दाखिल करने वाले जांच अधिकारियों की मु’श्किल बढ़ गई है।
जिला अभियोजन अधिकारी ने चार्जशीट दाखिल नहीं होने वाले सभी 22 कांडों की सूची रिपोर्ट में शामिल की है।
इसमें कहा कि पुलिस ने समय से कोर्ट में चार्जशीट दाखिल नहीं की। इसका लाभ आ’रोपित को मिला और उन्हें बे’ल दे दी गई। मोतीपुर व मुशहरी थाना के तीन, मीनापुर, बोचहां व काजी मोहम्मदपुर थाना के दो-दो कांडों में जांच अ’धिकारी ने चा’र्जशीट दाखिल नहीं की।

इससे आ’रोपित बेल पर जे’ल से छूट गए। इस संबंध में डीपीओ की ओर से पूर्व में डीएम व एसएसपी को भी रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, शहर के जूरन छपरा में बीते छह सितंबर को बाइक चो’री करते रं’गे हाथ गि’रफ्तार आ’रोपित को पुलिस की ला’परवाही से बेल मिली।
इस संबंध में स्थानीय दयानंद ने ब्रह्मपुरा थाना में दो आ’रोपितों के खिलाफ ए’फआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस तय समय पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी। सदर थाना के मधुबन में 25 मई को स्थानीय आरजू कुमार पर जा’नलेवा ह’मला किया गया।
उसकी स्थिति बि’गड़ने पर परिजनों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया। चार को नामजद करते हुए सदर थाने में पीड़ित ने ए’फआईआर दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने चार्जशीट दाखिल नहीं की।
इसी तरह नगर थाना के कमरा मोहल्ला स्थित सोनी कुमारी के घर में दो चोरों ने चोरी की। मामले में गि’रफ्तार आ’रोपित पर चार्जशीट दाखिल नहीं हो सकी।

