भागलपुर : नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के जरिये मादक पदार्थ की त’स्करी में शामिल नाइजीरियन दिल्ली-पंजाब और हरियाणा के बाद बिहार में घा’तक मा’दक प’दार्थ फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड को फै’लाने में लग गए हैं। यह ब्रा’उन शुगर, स्मै’क से अधिक घा’तक माना जाता है।
नशे की दुनिया में यह नशीली पुड़िया फैंटम के नाम से कु’ख्यात है। इसके लिए नेपाल और उससे सटे बिहार के अररिया, जोगबनी, किशनगंज, फारबिसगंज, रक्सौल आदि में सक्रिय अपने नेटवर्क के जरिये नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के एजेंटों ने लैब बना रखी हैं।
जहां कोकिन और हे’रोइन को मिलाकर फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड तैयार किया जा रहा है। नेपाल के रास्ते मादक पदार्थ की त’स्करी करने वाले एजेंट इसकी डोज सीमांचल समेत पूर्वी बिहार में भी लाना शुरू कर चुके हैं। 28 जून 2022 को नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले नाइजीरियन नागरिक की गि’रफ्तारी से यह खुलासा हुआ है।
उगवानयी की रक्सौल बार्डर पर गिरफ्तारी बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी नेपाल की हालिया गतिविधियों से चौंकाने वाली जानकारी पता की थी। नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के एजेंट बिना वीजा के मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़े विदेशी नागरिकों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराने में लगे हैं।

उगवानयी समेत कुछ अन्य विदेशी नागरिकों की हाल में गिरफ्तारी नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट की सक्रियता की कलई खोलती है। एसएसबी के सूत्रों की मानें तो भारत और नेपाल की बिहार से लगने वाली लंबी सीमा से बिना भारतीय वीजा के कई नाइजीरियन, मैक्सिकन, अजरबैजानी, कनाडियन, बांग्लादेशी नागरिकों को प्रवेश कराया जा चुका है।
सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाली नारकोटिक्स सिंडिकेट के जरिये बड़े पैमाने पर मादक पदार्थ के बिहार सीमा में प्रवेश कराने की गतिविधियों को लेकर पुलिस मुख्यालय को बीते साल सतर्क भी किया था। सूबे में पूर्ण शराबबंदी के बाद ब्राउन शुगर, स्मैक, कोकीन, नशीली पुड़िया आदि का चलन बढ़ा है। इनके तेजी से प्रसार को देखते हुए नेपाली सिंडिकेट के जरिये पूर्वी बिहार में फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड तैयार कर उसे बड़े पैमाने पर फैलाने की काली योजना तस्करों ने बनाई है। इन तस्करों को रोकने के लिए नेपाल सीमा समेत सीमावर्ती जोगबनी, अररिया, किशनगंज, फारिबसगंज, पूर्णिया, भागलपुर आदि इलाके में एहतियातन सतर्कता बरती जा रही है। ब्राउन शुगर, स्मैक, कोकीन की लत वाले धनाड्य परिवारों के बिगड़ैल युवा पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर में सक्रिय मादक पदार्थ बेचने वाले एजेंट से महंगी फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड की पुड़िया लेकर उसका सेवन करने लगे हैं। यह नशे की पुड़िया मेक्सिकन गर्ल और चाइना कट के नाम से भी कुख्यात है। बताया जा रहा है मादक पदार्थ के प्रसार को देखते हुए तस्करी में लगे एजेंट पैसै वालों तक इस घातक नशे वाली पुड़िया जरूरत के मुताबिक पहुंचाते हैं। इसकी डिमांड को देखते हुए ही नेपाली एजेंट नेपाल से सटे भारतीय इलाके में स्थानीय भारतीय एजेंट के जरिये तैयार लैब में इसे बनाते हैं। फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड की एक पुड़िया की कीमत तीन से चार हजार रुपये तक है।फैंटानिल हाइड्रोक्लोराइड का इस्तेमाल आमतौर पर दवा बनाने में किया जाता है, लेकिन इसे कोकीन और हेरोइन से लैब में तैयार कर हेरोइन से 50 गुणा ज्यादा खतरनाक बना दिया जाता है। इसकी दो मिलीग्राम मात्रा व्यक्ति की जान ले सकती है।

