अररिया: बिहार के अररिया से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां बथनाहा एसएसबी 56वी बटालियन कैंप में एक 45 वर्षीय एसएसबी जवान ने आत्महत्या कर ली. जवान ने पहले अपने दोनों हाथों की नसें काटीं, फिर बगल के शौचालय में जाकर प्लास्टिक की रस्सी से फंदा बनाकर उसमें फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. बताया गया कि मृतक जवान तीन दिन पहले ही कैंप आया था, इससे पहले वह सोनामणि गोदाम स्थित डूबा टोला बीओपी में कार्यरत था. इसके साथ ही बताया जाता है कि अनुशासनात्मक कार्यवाही के चलते जवान काफी तनाव में था, जवान को बीओपी से कैंप में बुलाया गया. आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मृतक जवान प्रकाश सिंह थयात उत्तराखंड के बैजनाथ थाना क्षेत्र के पुआरा गांव निवासी किशन सिंह का पुत्र था और उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के गगारगिगोल डाकघर था.
बता दें कि जवान की आत्महत्या की घटना के बाद पूरे कैंप में हड़कंप मच गया है, कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. प्रभारी कमांडेंट दीपक शाही सहित कई बड़े अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मुआयना की और मामले की जानकारी बथनाहा थाना अध्यक्ष नंदकिशोर नंदन को दी. इसके साथ ही सोमवार की सुबह पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस पूरे मामले की पुष्टि करते हुए बथनाहा थाना अध्यक्ष नंदकिशोर नंदन ने बताया कि, ”रविवार की रात एसएसबी कैंप में एक जवान ने सुसाइड कर ली, जिसके बाद इस संबंध में एसएसबी इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार द्वारा बथनाहा थाने को लिखित आवेदन दिया गया है.
आपको बता दें कि इन सभी मामलों को लेकर थानाध्यक्ष ने बताया कि, ”शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. साथ ही अचानक ऐसे आत्महत्या करलेना इसका सही पता नहीं चल पाया है. तीन दिन पूर्व बीओपी से कैंप उन्हें बुलाया गया था और किसी न किसी बात को लेकर जवान के तनाव में होने की बात कही जा रही है. इधर पोस्टमॉर्टम कर रहे डॉ. एनएल दास ने कहा कि यह आत्महत्या का मामला है, पहले हाथ की नस काटने की कोशिश की, फिर लगता है फंदे से झूल गया हो. साथ ही एसएसबी अधिकारियो से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो पाई.” फिलहाल इन सारे मामलों में पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है.