पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के एक गांव की छात्रा के घर से आत्महत्या करने के लिए सुसाइड नोट लिखकर लापता होने के मामले में नया मोड़ आ गया है। छात्रा को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी के लंका से मुक्त करा लिया है। इसी के साथ छात्रा ने यह कहा है कि मधुबन के चर्चित कोचिंग संचालक धीरज कुमार उर्फ दिव्यांश ने शादी का प्रलोभन देकर उसके साथ दुष्कर्म किया है। छात्रा के मिलने के बाद पुलिस अब जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर रही है। आरोपितों की खोज की जा रही है। बता दें कि छात्रा के पिता ने मधुबन थाना में 29 अप्रैल को अपनी बेटी के अपहरण को लेकर आवेदन दिया था। आवेदन के साथ पुत्री द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट को भी संलग्न किया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस लगातार लड़की की खोज में लगी थी। इस बीच छात्रा को सोमवार को वाराणसी से मुक्त कराया गया।
पढ़ने जाने के क्रम में कोचिंग संचालक ने फंसाया
लड़की के पिता ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि मेरी पुत्री मधुबन के ब्लॉक रोड स्थित न्यू रिजोनेंस कोचिंग में पढ़ने के लिए जाती थी। कोचिंग संचालक धीरज कुमार उर्फ दिव्यांश पिछले दो साल से लगातार मेरी पुत्री के साथ दुष्कर्म कर रहा था। उसे ब्लैकमेल करता था। इस बीच मेरी पुत्री ने मुझे 25 अप्रैल को पूरे घटना की जानकारी दी।

इसके बाद मैंने जब धीरज को फोन किया तो उसने मेरे साथ गाली-गलौज की। धमकी दी कि मेरी पुत्री को चौबीस घंटे में अगवा कर उसकी हत्या करा देगा। पीड़िता के पिता ने मामले में धीरज के अलावा उसके पिता कौड़िया निवासी लालबाबू सहनी, मां अनिता देवी व एक अन्य हीरालाल पर अपनी पुत्री के अपहरण का आरोप लगाया है। पुलिस मामले के हर पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है।
तकनीकी जांच से मिली सफलता
बताते हैं कि वर्तमान में छात्रा स्नातक में पढ़ती है। वह इंटर से ही उक्त कोचिंग में जाती थी। इस बीच कोचिंग संचालक ने उसे अपने जाल में फंसाया। पूरे घटनाक्रम के पर्दाफाश के लिए पकड़ीदयाल के पुलिस उपाधीक्षक सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने वैज्ञानिक पद्धति से जांच शुरू की। इस कड़ी में युवती को उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित लंका से सकुशल मुक्त करा लिया। छापेमारी टीम में पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार पांडे, थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान, दारोगा श्रेया सिंह, नीतू राज व संगीता कुमारी शामिल रहे।