इंजीनियरों पर गिरी गाज, 4 सस्पेंड; जांच टीम के पहुंचने से पहले हुई पुल की म’रम्मत

अररिया : अररिया से गलगलिया के बीच बने पुल का पिलर मेंची नदी में पानी बढ़ने और नदी तल पर कटाव के कारण धंसा था। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आने के बाद पुल की मरम्मत शुरू कर दी गई है। इस मामले में चार अभियंताओं (इंजीनियर) को निलंबित कर दिया गया है।Kishanganj Bridge Collapse: इंजीनियरों पर गिरी गाज, 4 सस्पेंड; जांच टीम के पहुंचने से पहले हुई पुल की मरम्मतइनमें दो अभियंता चैतन्या प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी के हैं। इसके अलावा मैसर्स गलगलिया बहादुरगंज हाईवे प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक और उप परियोजना प्रबंधक (संरचना) को भी निलंबित किया गया है। रविवार को डीएम श्रीकांत शास्त्री और एसडीओ अमिताभ कुमार गुप्ता ने पुल का निरीक्षण किया। डीएम ने बताया कि मामले में एनएचएआई मंत्रालय और स्थानीय पदाधिकारी को पत्र भेजा गया है। इधर, पुल का एक स्पेन चालू होने से पूर्व धंसने से एनएचएआई और निर्माण कंपनी के अधिकारियों में इस तरह हड़कंप रहा कि रविवार को पुल के धंसे स्पेन को दुरुस्त करने का कार्य जोर-शोर से किया गया। ऐसे में यह सवाल उठने लगा कि जब जांच टीम आ रही थी तो आनन-फानन में धंसे स्पेन को ऊपर करने की ऐसी जल्दबाजी क्यों शुरू की गई।धंसे स्पेन को ऊपर करने से दिल्ली और चेन्नई से आ रही तीन सदस्यीय जांच टीम को पुल के निर्माण में खामी या स्पेन धंसने का पूर्ण कारण पता लगाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कहा जाए तो निर्माण कंपनी जीआर इन्फ्रा द्वारा अपनी गलती छिपाने के लिए लीपापोती का काम किया जा रहा है। निर्माण कार्य करा रही जीआर इन्फ्रा के कोई भी अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं। वहीं, एनएचएआई पूर्णिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि टीम के सदस्यों को रविवार को पहुंचना था। हालांकि, फ्लाइट देर होने के कारण नहीं पहुंच सके। सोमवार को टीम के सदस्य वहां पहुंचकर जांच करेंगे। आनन-फानन में पुल को दुरुस्त करने पर उन्होंने निर्माण कंपनी के अधिकारी से बात करने की बात कही।

एनएचएआइ के अनुसार, हाल ही में मेंची नदी में नेपाल से पानी का प्रवाह अचानक बढ़ गया। निर्माण कार्य के दौरान नदी के बहाव को चैनलाइज किया गया था, जिससे पानी का प्रवाह बाधित हो गया था। फलस्वरूप इस रेतीली नदी के तल में अत्यधिक कटाव होने के चलते पिलर संख्या तीन अप्रत्याशित रूप से 600 एमएम धंस गया। इससे पुल के ढांचे को भी क्षति पहुंची है।प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि इस घटना की जांच के लिए विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सेवानिवृत्त अपर महानिदेशक एके श्रीवास्तव, प्रधान तकनीकी अधिकारी पुल (सेवानिवृत्त) एसके शर्मा और मैसर्स एल एंड टी इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग लिमिटेड के वेंकटराम शामिल हैं।

94 किमी सड़क में 26 बड़े और 27 छोटे पुल का हो रहा निर्माण

अररिया से गलगलिया के बीच 94 किमी फोरलेन सड़क का निर्माण 2132 करोड़ की लागत से हो रहा है। इस प्रोजेक्ट में 26 बड़े व 27 छोटे पुल तथा 104 कलवर्ट व 13 अंडरपास और एक ओवरब्रिज का निर्माण होना है।

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