बिहार में नई शिक्षक भर्ती नियमावली के हो रहे विरोध के बीच बीजेपी ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से आंदोलन कर रहे शिक्षकों से वार्ता की बात कही गई थी, लेकिन उसका क्या हुआ। शिक्षकों को ठगा जा रहा है। बीजेपी ने नियोजित शिक्षकों को सीधे राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग की है।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि शिक्षकों से वार्ता की बात कही गई थी, उसका क्या हुआ। जिन शिक्षकों को नौकरी मिली है, उनको समायोजन की बात कही जा रही है। इनकी सीधी बहाली होनी चाहिए। इन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए। नीतीश सरकार शिक्षकों को ठग रही है।
बता दें कि नीतीश सरकार ने शिक्षक भर्ती नियमावली में संशोधन करते हुए सभी अध्यापकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की बात कही गई। इसके लिए पहले से काम कर रहे करीब 4 लाख नियोजित शिक्षकों को भी राज्यकर्मी का दर्जा लेने के लिए बीपीएससी की परीक्षा पास करनी होगी। नई नियमावली का नियोजित शिक्षक लंबे समय से विरोध कर रहे हैं।
बीजेपी ने शिक्षकों की मांग का समर्थन करते हुए मॉनसून सत्र के दौरान सदन में जमकर हंगामा किया। 13 जुलाई को इस मुद्दे पर पटना में विधानसभा मार्च निकाला गया, जिसमें बीजेपी नेताओं पर जमकर लाठीचार्ज हुआ था। दूसरी ओर, शिक्षक संगठन की ओर से भी पटना समेत पूरे बिहार में आंदोलन किया गया है। यहां तक कि महागठबंधन में शामिल वाम दल भी शिक्षकों को सीधे राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग कर चुके हैं।
नीतीश सरकार का वार्ता का आश्वासन
नई भर्ती नियमावली पर हो रहे विरोध के बीच पिछले दिनों नीतीश सरकार की ओर से आंदोलनरत शिक्षकों से वार्ता का आश्वासन दिया गया था। सीएम ने कहा कि विधानमंडल का मॉनसून सत्र होने के बाद सभी दलों के साथ बैठक कर इस पर विचार किया जाएगा। हालांकि, अब तक सरकार की ओर से न तो बैठक की गई है और न ही आंदोलनरत शिक्षकों से कोई वार्ता हुई है। ऐसे में यह मुद्दा फिर से गरमाने के आसार नजर आ रहे हैं।
