बिहार : राज्य के शहरी क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाली कंपनी सुस्त पड़ गई है। केंद्र सरकार के उपक्रम ईईएसएल को शहरी क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का जिम्मा दिया गया था। मगर यह पूरी तरह से आकार नहीं ले सका। राज्य स्तर पर बड़ा बैकलॉग हो गया है। केंद्र सरकार के जिस उपक्रम के साथ बिजली कंपनी ने स्मार्ट प्रीपेड लगाए जाने का करार किया था, अब उसके अनुबंध को ही खत्म किए जाने पर विचार चल रहा है।
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बिजली कंपनी से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, ईईएसएल को शहरी क्षेत्र में कुल 18 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम आवंटित किया गया था। इसके तहत जिला मुख्यालयों सहित सूबे के कुछ अन्य शहर भी शामिल थे। आरंभ में तो काम ठीक हुआ पर कुछ दिनों बाद काम में सुस्ती हो गई।
एजेंसी को जो समय अवधि दी गई थी उस अवधि तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर नहीं लग पाए। अभी तीन लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर शहरी क्षेत्र में लगाए जाने शेष हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर की नई मांग अलग से है। अगर दिसंबर तक शहरी क्षेत्रों में बच गए गए तीन लाख स्मार्ट प्रीपेड नहीं लगाए जाते हैं तो ईईएसएल के साथ बिजली कंपनी अपना करार खत्म कर सकती है।

कई बार भेजा जा चुका नोटिस
बिजली कंपनी के आला अधिकारियों ने बताया कि शहरी क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का जिम्मा ली हुई कंपनी को कई बार नोटिस भी भेजा जा चुका है। मगर काम गति नहीं पकड़ रहा है। यही नहीं, अगर शहरी क्षेत्र में कोई नया कनेक्शन लेता है तो उसे स्मार्ट प्रीपेड मीटर ही दिया जाना है पर इसमें भी संबंधित उपक्रम द्वारा तेजी नहीं दिखाई जा रही।

कंपनी की आंतरिक समस्या से हो रही परेशानी
बिहार के शहरी क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाली कंपनी किस वजह से अपने काम को तेज नहीं कर रही? इस बारे में जब बिजली कंपनी के आला अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी आंतरिक समस्या है। जिस कंपनी के साथ ईईएसएल ने इसके लिए करार किया हुआ है उसके साथ किसी मुद्दे पर परेशानी है। इसे ठीक किया जा रहा है।