बिहार : जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला को बाढ़ से राहत दिलाने और खेत तक पानी पहुंचाने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को पूरा कराया गया है। कमला के तटबंधों पर एक हजार करोड़ रुपये का काम हो रहा है।

उन्होंने कहा कि कमला बलान के दोनों तटबंधों को ऊंचा व मजूबत कर उस पर रोड बनाने के तीसरे फेज की योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिली है। इस पर 275 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होगी। इसके पहले फेज का काम पूरा होने को है। दूसरे फेज का कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि तीनों फेज का काम हो जाने पर कमला नदी के दोनों तटबंध पर दरभंगा के कुशेश्वरस्थान से नेपाल बार्डर के जयनगर तक आवागमन में काफी सुविधा होगी। वे घनश्यामपुर के शिवनगर में विश्वकर्मा काष्ठ शिल्पी विकास समिति की ओर से आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
बढ़ई समाज की मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे संजय झा
उन्होंने कहा कि अभी बिहार में देश के इतिहास में सबसे बड़ी बहाली हुई है। इसका लाभ समाज के सभी वर्ग के बच्चों को मिलेगा। बहाल शिक्षकों में 48 प्रतिशत महिलाएं हैं। प्रदेश में महिला सशक्तीकरण के प्रयासों का लाभ सभी जातियों और वर्गों को मिला है। संजय झा ने यह भी कहा कि बढ़ई समाज की मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे। आरक्षण का लाभ बढ़ई समाज के लोगों को मिला है। पहले तीन मुखिया थे पूरे बिहार में, आज 383 हैं इस समाज से। काम करने के मामले में नीतीश कुमार का झंडा देश में सबसे अधिक बुलंद है।

आज तक इतने दिनों तक कोई बिहार का मुख्यमंत्री नहीं रहा है। मंत्री ने कहा कि कुशेश्वरस्थान एवं आसपास का क्षेत्र साल के छह महीने बाढ़ के पानी से घिरा रहता था। जल संसाधन विभाग ने कई योजनाओं को पूरा कराया है। इससे इलाके में धान की खेती हुई है। बाढ़ कुशेश्वरस्थान से चला गया। यह नए युग की शुरुआत है।