मकर संक्रांति की तिथि को लेकर लोगों के मन में संशय बना हुआ है. यह 14 जनवरी को है या फिर 15 जनवरी को है. अगर आपके मन में भी यह संशय है तो मिटा लीजिए. प्रमुख्यत संक्रांति की वृद्धि होती है. धीरे-धीरे वृद्धि होने से अधिक मास होता है. और जब ह्रास होता है तो धीरे-धीरे छ्यमास होता है. अभी वृद्धि कारक योग है.इसलिए इस साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति नहीं होगी और इस साल 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा.

क्योंकि प्रातः 4 घटित 53 पल के बाद सौम्या आरंभ होने वाला है और सूर्य जो है वह उत्तरायण में जाएंगे और शुद्ध आरंभ प्रारंभ होगा. मकर संक्रांति में पुण्य काल का विशेष महत्व होता है. जो कि 15 जनवरी को प्रातः 8:42 के बाद संध्या 3:06 तक या पुण्य कर रहेगा. जिसमें तिल संक्रांति माघ स्नान आरंभ और प्रयागराज में कल्पवास आरंभ भी इसी दिन से होगा.

15 जनवरी को ही मनाई जाएगी मकर संक्रांति
बताते चले कि मकर संक्रांति का पर्व मिथिलांचल में काफी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन सुबह मिथिला के लोग उठकर सर्वप्रथम स्नान इत्यादि से निवृत्त होकर अपने से बड़ों के पांव छूकर आशीर्वाद लेते हैं. वहीं, बड़े जितने भी होते हैं वह अपने से छोटे को तिल और गुड़ देखकर आशीर्वाद देते हैं पूजा पाठ के बाद ही इस क्षेत्र के लोग अन्य ग्रहण करते हैं. इसलिए मकर संक्रांति को लेकर अगर आपके मन में भी किसी भी प्रकार का संशय चल रहा है तो इस खबर से अपनी संशय को दूर कर लें. इस बार 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा.