जमुई: लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो चुका है और सियासतदानों ने मैदान में अपने-अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं. जमुई लोकसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार अरुण भारती जो चिराग पासवान के बहनोई और दिवंगत रामविलास पासवान के दामाद हैं उनको उतारने के बाद से भीतरी-बाहरी की लड़ाई शुरू हो गई है. जिस पर चिराग पासवान ने जवाब देते हुए कहा कि जमुई में बाहरी-भीतरी का कोई मतलब नहीं है. राजद सुप्रीमो की सुपुत्री भी जहां से चुनाव लड़ रही हैं, वहां उनपर भी यही आरोप लग रहे हैं.
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इस बार 400 के पार
जमुई पहुंचे सांसद चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारियों का जायजा लिया. चिराग पासवान वे कहा कि “देश के प्रधानमंत्री चुनने का ये चुनाव है, ऐसे में उन्हें लगता है कि ‘मोदी की गारंटी’ पर लोग जिस तरह से भरोसा करने लगे है. उम्मीद ही नहीं पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री ने जो 400 पार का लक्ष्य रखा है उसको पार करेंगे. उसमें बिहार की 40 में से 40 सीट जीतेंगे जो अहम योगदान होगा, बिहार की 40 लोकसभा सीटों में जमुई लोकसभा सीट भी आती है.

‘भीतरी-बाहरी का कोई मतलब नहीं’
स्थानीय की की बात पर उन्होंने कहा कि “मुझे नहीं लगता जमुई में कोई चिराग पासवान को बाहरी कह सकता है, मतलब इस बात से है कि जमुई की जनता का विश्वास किस पर है. आरोप प्रत्यारोप भीतरी बाहरी सब जगह लगते है और लगाऐ जाऐंगे, जिस पार्टी के प्रत्यासी के द्वारा ये आरोप मुझपर लगाऐ जा रहे हैं, उन्हीं की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की सुपुत्री पर वहां दूसरे लोकसभा में वही आरोप लगाए जा रहे हैं. इस तरह के आरोपों का कोई मतलब नहीं, आखिर में विश्वास की बात है जो नेता की नीति और नीयत से आता है.

40 सीट जीतने का दावा
पिछली बार तो एनडीए गठबंधन में मात्र तीन दल थे उसके बावजूद 40 में से 39 सीट पर जीत मिली थी. इसबार तो पांच दल एनडीए गठबंधन में है, 40 की 40 सीट जीतेंगे. मैने शुरू में ही जमुई की जनता से कहा था कि आपने चिराग पासवान को नली-गली बनाने के लिए नहीं चुना है बल्कि बड़ी-बड़ी योजनाओं की अपेक्षा चिराग पासवान से की जाती है. मुझे खुशी है की चाहें वह केंद्रीय विद्यालय हो, मेडिकल कॉलेज हो या फिर रेलवे की बड़ी परियोजनाऐं हो सभी पर हम काम कर रहे हैं.

डबल इंजन की सरकार पर भरोसा
आगे उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल उनके लिए थोड़े से कठिन रहे, जो चीजे और बेहतर कर सकते थे कहीं न कहीं राजनीतिक लड़ाई के कारण वो छोड़ा उलझ गए, उन्हें उम्मीद है कि अरूण भारती जमुई लोकसभा का प्रतिनिधित्व करेंगे तो बाकी की परियोजना, कई ऐसे उद्योग जो उनके दिमाग में थे, जो यहां लाना था और अब ऐसे भी बिहार में डबल इंजन की सरकार है चीजों को धरातल पर उतारना आसान होगा.
