पूरे देश के साथ ही बिहार में भी 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान है. पहले चरण में बिहार में चार सीटों पर मतदान हुआ था. लेकिन जेडीयू के खाते में इनमें से एक भी सीट नहीं थी. लोकसभा के दूसरे चरण का चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. दूसरे चरण में सभी सीटों पर एनडीए की ओर से जेडीयू के कैंडिडेट चुनावी मैदान में हैं तो कांग्रेस के तीन और आरजेडी के दो उम्मीदवार मैदान में हैं. दो सीटों पर कांग्रेस का जेडीयू से सीधा मुकाबला होगा. एक सीट पर जेडीयू का मकाबला आरजेडी से है. वही पूर्णिया और किशनगंज में मुकाबला त्रिकोणीय है.

बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है. दूसरे चरण में पूर्वी बिहार और सीमांचल के किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होगा. जदयू ने भागलपुर से निवर्तमान सांसद अजय कुमार मंडल, कटिहार से दुलाल गोस्वामी, पूर्णिया से संतोष कुशवाहा और बांका से गिरिधारी यादव को फिर से चुनावी अखाड़े में उतारा है. हालांकि मुस्लिम बहुल क्षेत्र किशनगंज से जदयू ने चेहरा बदल दिया है.

किशनगंज में जदयू ने चेहरा बदला
पिछले चुनाव में एनडीए गठबंधन ने राज्य की 40 में से 39 सिटें जीती थी. किशनगंज एक मात्र ऐसी सीट थी, जहां एनडीए को हार का मुंह देखना पड़ा था. वहां कांग्रेस के प्रत्याशी मोहम्मद जावेद ने जदयू के महमूद अशरफ को पराजित किया था. जदयू ने इस चुनाव में किशनगंज से महमूद को बदलकर मुजाहिद आलम पर दांव लगाया है. नीतीश की नजर इन सीटों पर लगी हुई है. नीतीश लगातार इन क्षेत्रों में दौरा कर रहे हैं. कई सीटें ऐसी हैं जिस पर नीतीश कुमार ने तीन से चार जगहों पर रैली की है. बताया जा रहा है कि नीतीश के खास लोग भी इन क्षेत्रों में कैम्प कर रहे हैं.

तारिक अनवर कटिहार से ठोंक रहे हैं ताल
महागठबंधन कि बात करें तो किशनगंज से कांग्रेस ने एक बार फिर मोहम्मद जावेद को चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि कटिहार से तारिक अनवर ताल ठोंक रहे हैं. भागलपुर भी कांग्रेस के कोटे में गयी है जहां से पार्टी के दिग्गज नेता और विधायक अजीत शर्मा अखाड़े में हैं. 40 साल से भागलपुर में कांग्रेस का कोई एमपी नहीं बना. बांका से राजद के जय प्रकाश यादव जबकि पूर्णिया से राजद की बीमा भारती चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस के लिए ये सीटें कितना महत्व रखती हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भागलपुर में चुनावी रैली कर चुके हैं जबकि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कटिहार और किशनगंज में चुनावी सभा कर अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांग चुके हैं. बहरहाल, दोनों गठबंधनों के लिए दूसरे चरण का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है. अब देखना है कि किस गठबंधन को जनता अपने सिर बैठाती है. 24 अप्रैल यानी बुधवार को दूसरे चरण के प्रचार का शोर थम जाएगा.






