पटना. यौनशोषण की शिकार फुलवारीशरीफ के न्यू सेंट्रल पब्लिक स्कूल की नाबालिग छात्रा को महिला थाने की पुलिस बुधवार को आईजीआईएमएस लेकर जाएगी। उसका डीएनए टेस्ट होना है। उसे मंगलवार को पुलिस पीएमसीएच ले गई थी, लेकिन वहां डीएनए टेस्ट की व्यवस्था नहीं होने के कारण लौटा दिया गया। अब पीड़िता को अभिभावकों के साथ आईजीआईएमएस ले जाया जाएगा।
डॉक्टर वहां पीड़िता के भ्रूण का फ्ल्यूड लेगी और आगे की जांच के लिए हैदराबाद या कोलकाता भेजा जाएगा। इधर स्कूल के संचालक प्राचार्य राज सिंघानिया और उसके स्टाफ अभिषेक के डीएनए टेस्ट के लिए पुलिस बेउर जेल प्रशासन को कोर्ट का आदेश पत्र देगी। जेल प्रशासन की सहमति के बाद डॉक्टर दोनों आरोपियों का ब्लड लेगी और उसे भी डीएनए जांच के लिए भेजा जाएगा।
पीड़िता की देखरेख में डॉक्टरों की तीन टीमें : इधर पीड़िता की तबीयत फिलहाल खराब चल रही है। उसकी देखरेख के लिए डॉक्टरों के तीन टीमों को लगाया गया है। डॉक्टरों की टीम ने फिलहाल गर्भपात की अनुमति नहीं दी है। पीड़िता की तबीयत में सुधार होने के बाद उसका गर्भपात कराया जाएगा। डॉक्टरों के साथ पीड़िता का ख्याल उसके परिवार वाले रख रहे हैं। पीड़िता के परिजन उसके साथ ही महिला थाने में रह रहे हैं।
डीईओ ने कहा- इस स्कूल को बंद किया जाएगा : इधर तीन प्रखंडों के बीईओ की टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट डीईओ को सौंप दी है। डीईओ ज्योति कुमार ने बताया कि जांच में सामने आया है कि यह स्कूल बिहार बोर्ड या सीबीएसई से मान्यता प्राप्त नहीं है। सर्व शिक्षा अभियान को भी इस स्कूल के बारे में जानकारी नहीं है। इस स्कूल को बंद किया जाएगा। यहां के बच्चों का नामांकन पास के सरकारी स्कूल में कराया जाएगा।