भागलपुर: बिहार की राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जितना अपने ‘सुशासन’ और ‘सोशल इंजीनियरिंग’ के लिए जितने मशहूर हैं, उतना ही पाला-बदलने के लिए ‘बदनाम’ हैं. पिछले 10-12 सालों में कम से कम 4-5 बार गठबंधन बदल चुके हैं. हालांकि पिछले कुछ समय से वह लगातार दावा कर रहे हैं कि अब इधर-उधर नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री के सामने भी उन्होंने इस बात को दोहराया है.

पीएम के सामने सीएम की ‘सौगंध’
सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी भागलपुर दौरे पर आए थे. जहां उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी किया. उनकी मौजूदगी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए पीएम को भरोसा दिलाया कि अब वह इधर-उधर नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वह मिलकर काम करेंगे और देश के साथ-साथ बिहार के विकास कार्यों को आगे बढ़ाएंगे.

नीतीश के वादे पर मुस्कुरा रहे थे मोदी
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है, चौतरफा विकास हो रहा है. इसलिए उनके ही नेतृत्व में बिहार के विकास को आगे बढ़ाते रहेंगे. हालांकि जब सीएम ये कह रहे थे कि ‘अब इधर-उधर कुछ नहीं’, तब नरेंद्र मोदी मुस्कुरा रहे थे.

लालू-राबड़ी शासनकाल की दिलाई याद
नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी शासनकाल में हुए दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि 24 नवंबर 2005 को हमलोग सत्ता में आए थे, उसके पहले बिहार की क्या हालत थी.


शाम के बाद कोई घर से नहीं निकलता था और समाज में काफी विवाद होता था. सीएम ने अपने छोटे भाषण के दौरान दो बार हिंदू-मुस्लिम का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पहले शासन करने वाले लोग हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा करवाते थे. वोट मुस्लिम का ले लेते थे लेकिन झगड़ा करवाते रहते थे. राज्य में अब प्रेम भाईचारे का माहौल है, कहीं भी हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा नहीं होता है.
