प्रकाश सिन्हा (संपादक) की कलम से ।
मुज़फ्फरपुर। चित्रगुप्त एसोसिएशन, मुज़फ्फरपुर के सत्र 2025-2028 के लिए रविवार को शांतिपूर्ण ढंग से मतदान सम्पन्न हो गया। इस बार 11 पदों के लिए कुल 53 प्रत्याशियों ने मैदान में अपनी किस्मत आज़माई है।

वोटिंग प्रतिशत 35.06% रहा, जिसमें बूथ संख्या 6 (45.22%) सबसे अधिक मतदान वाला बना, जबकि बूथ संख्या 2 (28.82%) पर सबसे कम वोटिंग दर्ज की गई।

तीन मुख्य गुट – “डॉ. अजय नारायण”, “अजीत कुमार” और “मनोज कुमार सिन्हा” के पैनल के बीच जबरदस्त मुकाबला रहा। वहीं, कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी चुनौती पेश की।

सबसे प्रतिष्ठित पद – अध्यक्ष, महामंत्री, संगठन मंत्री और कोषाध्यक्ष को लेकर मुकाबला खासा रोचक रहा। हालांकि, संगठन मंत्री पद पर अप्रत्याशित नतीजे सामने आ सकते हैं।

मतदान प्रक्रिया के दौरान भ्रम की स्थिति भी देखी गई। मतदाताओं को सभी गुटों की ओर से बैलेट गाइडलाइन्स मिलने से गलत वोटिंग की घटनाएं हुईं, जिससे कई बैलेट पेपर रद्द होने की संभावना जताई जा रही है।

मुज़फ्फरपुर न्यूज टीम के सर्वे के अनुसार, जहां परिवर्तन की लहर महसूस की जा रही थी, वहीं एशोसिएशन के एक ‘राजनीतिक चाणक्य’ की रणनीति ने बाज़ी पलट दी। उन्होंने आंतरिक मतभेदों और रणनीतिक गठजोड़ के माध्यम से वर्तमान पदाधिकारियों की वापसी का रास्ता आसान कर दिया।

अब सभी की निगाहें 14 अप्रैल को होने वाली काउंटिंग और 15 अप्रैल को परिणाम घोषित होने पर टिकी हैं। संगठन मंत्री पद को लेकर सबसे अधिक उत्सुकता बनी हुई है, जहां नतीजे चौंकाने वाले हो सकते हैं।





