मुज़फ़्फ़रपुर | फुटबॉल और खेलों को जीवन का संपूर्ण उद्देश्य मानने वाले स्वर्गीय चंद्रशेखर कुमार उर्फ चंदू जी को आज जिले के फुटबॉल प्रेमियों, खिलाड़ियों और शुभचिंतकों ने मैदान में अंतिम विदाई दी। जिला फुटबॉल संघ, मुज़फ्फरपुर के तत्वावधान में खुदीराम बोस फुटबॉल मैदान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में खेलों को समर्पित उनके जीवन की गूंज स्पष्ट सुनाई दी — हर श्रद्धासुमन के साथ एक संकल्प जुड़ा: खेलों से ही उन्हें अमर बनाना है।

सभा की अध्यक्षता अश्वनी खत्री ने की
इस श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष अश्वनी खत्री ने की।
सभा में संघ के संरक्षक डॉ. फिरोजुद्दीन फैज, खेल निदेशक डॉ. राजीव कुमार, राजीव कुमार सिन्हा, राकेश कुमार सिन्हा, शैलेन्द्र कुमार, प्रकाश सिन्हा, अनिल कुमार सिंह, पंकज सिंह (गुड्डू), डॉ. अजीत कुमार, अजय कुमार, मनोज कुमार सिन्हा, धीरज कुमार सिंह, अनिल कुमार श्रीवास्तव, रामबाबू चौधरी, सुनील सिंह, हरनाम सिंह, रमेश कुमार, राकेश पासवान, विनोद चौधरी, शुभम उर्फ गोलू, दीपक कुमार, संजय मिश्रा, फुटबॉल खिलाड़ियों, महिला खिलाड़ियों तथा शहर के कोने-कोने से आए खेलप्रेमियों की उपस्थिति ने इस श्रद्धांजलि को ऐतिहासिक बना दिया।

दो मंच, एक संकल्प: चंदू जी के नाम रहेगा टूर्नामेंट जीवित
इससे एक दिन पूर्व, 26 जुलाई 2025 को चित्रांश खेल एवं सांस्कृतिक मंच द्वारा थियोसोफिकल लॉज, नया टोला में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भी यही प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया था कि स्व. चंद्रशेखर कुमार की स्मृति में एक वार्षिक फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा। इस जानकारी को सभा में श्री राजीव कुमार सिन्हा ने साझा किया।

खेलों को मिली दिशा, चंदू जी को मिली अमरता
सभा में डॉ. फिरोजुद्दीन फैज ने चंदू जी के योगदान को याद करते हुए कहा,
“वो सिर्फ फुटबॉल नहीं खेलते थे, खेल को जिलों और ज़िलों से बच्चों के जीवन तक पहुंचाते थे। उनका सपना था कि मुज़फ्फरपुर राष्ट्रीय मानचित्र पर खेल राजधानी बने – अब समय है, उस सपने को पूरा करने का।”
यह प्रस्ताव रखा गया कि चंदू जी के नाम से हर वर्ष फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा, जिससे युवा खिलाड़ियों को मंच और मार्गदर्शन दोनों मिल सके। सभी उपस्थितजनों ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई।

भावुक पल: जब बेटियों ने किया अंतिम नमन
श्रद्धांजलि सभा के दौरान भावनाएं तब उमड़ पड़ीं जब चंदू जी की पुत्रियाँ — प्रिया कुमारी, प्रीति कुमारी, जमाता दिनेंद्र कुमार व त्रिभुवन नाथ श्रीवास्तव ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। पूरे मैदान में एक अटूट मौन पसरा था — जिसमें केवल यादें बोल रही थीं।

अंतिम कर्म का कार्यक्रम
चंदू जी का द्वादशा (अंतिम संस्कार कर्म एवं ब्रह्मभोज) आगामी 02 अगस्त 2025 को संपन्न होगा। इसके पश्चात, जिला फुटबॉल संघ द्वारा एक विशेष बैठक कर टूर्नामेंट के आयोजन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
चंदू जी: एक नाम, जो हर मैदान में गूंजेगा
स्व. चंद्रशेखर कुमार का जीवन केवल खेल आयोजन तक सीमित नहीं था, उन्होंने मुज़फ्फरपुर के खिलाड़ियों को दिशा दी, संस्थाओं को खड़ा किया और खेल को समाज के केंद्र में स्थापित किया। अब उनके नाम पर होने वाला यह वार्षिक टूर्नामेंट सिर्फ एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन जाएगा।

“चंदू जी चले गए, पर खेलों में उनकी मौजूदगी अब हर साल मैदान पर गूंजेगी।”
