मुज़फ्फरपुर। अंबिका भवानी पब्लिक स्कूल में एक रंगीन और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम ‘येलो डे’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों को रंगों की पहचान कराना, उनके बौद्धिक विकास को बढ़ावा देना और उन्हें खेल-खेल में सीखने का अवसर प्रदान करना था।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल का वातावरण पूरी तरह से पीले रंग की छटा में रंगा नजर आया। बच्चे, शिक्षक और स्कूल परिसर – सब कुछ ‘येलो डे’ की थीम में सजाया गया था। बच्चों ने पीले रंग के कपड़े पहनकर विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया और रंगों के प्रति अपनी समझ को मज़बूत किया।
बौद्धिक विकास की दिशा में सार्थक पहल
स्कूल की प्राचार्या वंदना ज्योति ने कार्यक्रम के दौरान कहा,
“हम समय-समय पर इस प्रकार के आयोजन करते हैं ताकि बच्चों का बौद्धिक और शैक्षणिक विकास सहज रूप में हो सके। रंगों के माध्यम से बच्चों में पहचान, अनुशासन और रचनात्मकता की भावना विकसित होती है।”
एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग है प्राथमिकता
विद्यालय के निदेशक प्रबल प्रियम ने कहा कि अंबिका भवानी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई को एक्टिविटी-बेस्ड बनाया गया है, ताकि बच्चे किताबों के बोझ से दूर रहकर आनंद के साथ सीख सकें। उन्होंने कहा,
“हमारा उद्देश्य है कि बच्चे पढ़ाई को एक बोझ नहीं बल्कि एक उत्सव की तरह महसूस करें। रंगों के दिन जैसे आयोजन न केवल जानकारी देते हैं, बल्कि बच्चों की भावनात्मक और सामाजिक समझ को भी मजबूत करते हैं।”
अभिभावकों का भी रहा सहयोग
कार्यक्रम की सफलता में शिक्षकों के साथ-साथ बच्चों के अभिभावकों का भी अहम योगदान रहा। उन्होंने बच्चों को तैयार करने, उन्हें रंगों के महत्व को समझाने और कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
आने वाले दिनों में और रंग भरेंगे स्कूल में
निदेशक प्रबल प्रियम ने यह भी जानकारी दी कि इस सत्र में स्कूल में ग्रीन डे, रेड डे, ब्लू डे और ऑरेंज डे जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे बच्चों को कलर आइडेंटिफिकेशन का ज्ञान खेल-खेल में ही मिल सकेगा।
“रंगों के माध्यम से जब शिक्षा दी जाए, तो हर दिन बच्चे के जीवन में उत्सव बन जाता है।”
येलो डे के इस आयोजन ने नन्हें विद्यार्थियों के चेहरों पर मुस्कान और मन में रंग भर दिया।