मुजफ्फरपुर से एक चौंका देने वाली वारदात सामने आई है, जो न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता भी जताती है। सोमवार को शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक, तिलक मैदान रोड पर दो शातिर अपराधियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर एक 65 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षिका से सोने की चेन और अंगूठियां ठग लीं। हैरानी की बात यह है कि घटना नगर थाना से महज 50 मीटर की दूरी पर हुई।

क्या हुआ था?
मिठनपुरा की रहने वाली रिटायर्ड शिक्षिका राजिया साहिन रिक्शे से अपने मायके, तिलक मैदान रोड जा रही थीं। तभी रास्ते में दो युवक आए, जिन्होंने खुद को पुलिसकर्मी बताया और उनका रिक्शा रुकवा दिया। उन्होंने कहा,
“शहर में स्थिति बहुत खराब है, लगातार मर्डर हो रहे हैं, और आप गले में सोना पहन कर कैसे निकल सकती हैं?”
इस चेतावनी से घबराकर राजिया साहिन ने अपने गले की सोने की चेन और दो अंगूठियां उतारकर उन्हें सौंप दीं। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई। जाते-जाते दोनों फर्जी पुलिसकर्मियों ने एक कागज पर जबरन उनसे हस्ताक्षर भी करवा लिए ताकि घटना को कानूनी रूप दे सकें और शक न हो।

घटना के बाद पुलिस की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। नगर थाना के सब-इंस्पेक्टर अवध बिहारी ने बताया:
“हम गश्त पर थे, तभी सूचना मिली। मौके पर पहुंचे और पीड़िता से बात की। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। महिला ने बताया कि खुद को पुलिस बताकर दोनों युवकों ने कहा कि सोना पहनने की अनुमति नहीं है, और इसी बहाने उन्होंने जेवर ले लिए।”
पुलिस का दावा है कि आरोपियों की पहचान जल्द कर ली जाएगी और उनकी गिरफ्तारी भी जल्द होगी।

यह घटना कई सवाल खड़े करती है:
थाना के पास ही अपराध, तो बाकी शहर कितना सुरक्षित? महज 50 मीटर की दूरी पर हुई यह वारदात दर्शाती है कि अपराधियों में पुलिस का भय लगभग समाप्त हो गया है। फर्जी पुलिस बनकर ठगी अब एक ट्रेंड? यह कोई पहली घटना नहीं है। देशभर में फर्जी पुलिस बनकर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं थानों के पास होना बेहद चिंता का विषय है। क्या पुलिस चलाएगी जागरूकता अभियान? ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आम नागरिकों को जागरूक करने की आवश्यकता है। क्या पुलिस अब फर्जीवाड़े के खिलाफ विशेष अभियान चलाएगी?
पुलिस की अपील:
पुलिस प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि अगर कोई व्यक्ति खुद को पुलिसकर्मी बताकर तलाशी या जब्ती की बात करता है, तो उससे पहचान पत्र मांगें। यदि संदेह हो, तो तुरंत 112 या नजदीकी थाने को सूचना दें।

