मुज़फ़्फ़रपुर बेला थाना क्षेत्र के नारायणपुर अनंत रोड स्थित एक निजी स्कूल में सोमवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया।स्कूल में कार्यरत सफाईकर्मी 40 वर्षीय अशोक मलिक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई।

मृतक वैशाली जिले के गरौल सोनधो का रहने वाला था और पिछले एक साल से इस स्कूल में सफाई का काम करता था।
परिजनों का आरोप है कि अशोक को स्विमिंग पूल के समरसेबल की सफाई के दौरान करंट लगा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन उसे सदर अस्पताल ले गया, जहाँ चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।


👉 परिजनों का आरोप — स्कूल की घोर लापरवाही!
मृतक के परिवार ने साफ आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।परिजनों का कहना है कि बिना किसी सुरक्षा इंतजाम के बिजली उपकरण की सफाई कराना सीधे-सीधे जान से खिलवाड़ है।


👉 आक्रोशित प्रदर्शन
सदर अस्पताल से शव लाए जाने के बाद गुस्साए परिजनों ने शव को स्कूल गेट पर रखकर घंटों हंगामा किया।
नारायणपुर अनंत रोड पर आगजनी कर सड़क जाम कर दी गई।
परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर हत्या जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग की।
👉 स्कूल प्रबंधन से परिजनों का सवाल
सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर करंट से मौत हुई, तो फिर अस्पताल में इसे हार्ट अटैक क्यों बताया गया?
क्या यह मौत की असली वजह छुपाने की कोशिश है?
क्या स्कूल प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहा है?

👉 पुलिस की कार्रवाई
मौके पर बेला और मिठनपुरा थाना की पुलिस पहुँची और आक्रोशित परिजनों को शांत कराने के प्रयास में जुट गई।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन परिजनों का गुस्सा अब भी शांत नहीं है।
यह घटना एक बार फिर से निजी स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था और कर्मचारियों के साथ होने वाले शोषण पर गंभीर सवाल खड़े करती है।अब देखना होगा कि पुलिस की जांच स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करती है या मामला दबा दिया जाता है।


