
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : मुजफ्फरपुर जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार के निर्देश पर गठित विशेष पुलिस टीम ने जिले के कुख्यात अपराधी चुन्नू ठाकुर के खास शागिर्द व शूटर आशीष कुमार सिंह उर्फ़ आशिकी को उसके साथ एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से हथियार व पासपोर्ट भी जप्त किया है. आशिकी की गिरफ़्तारी के साथ ही मुथूट फिनांस से 10 करोड़ के सोना लूटकांड समेत हत्या, लूट, रंगदारी के दर्जन भर मामलों में संलिप्तता बताई जाती है.
इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी मनोज कुमार ने बताया की शूटर आशिकी के अपने घर में छुपे होने की सूचना के आधार पर गठित विशेष जांच टीम ने सदर थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में छपेमारी की गयी. छापेमारी के दौरान आशिक़ी की दोमंजिला मकान के प्रथम तल पर एक कमरे में दो व्यक्तियों को छुपा हुआ पाया. पुलिस टीम ने तत्क्षण उन्हें हिरासत में ले लिया.
इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी मनोज कुमार ने बताया की शूटर आशिकी के अपने घर में छुपे होने की सूचना के आधार पर गठित विशेष जांच टीम ने सदर थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में छपेमारी की गयी. छापेमारी के दौरान आशिक़ी की दोमंजिला मकान के प्रथम तल पर एक कमरे में दो व्यक्तियों को छुपा हुआ पाया. पुलिस टीम ने तत्क्षण उन्हें हिरासत में ले लिया.

दोनों की पहचान जिले के सदर थाना के सुभाष नगर निवासी देवदत्त प्रसाद सिंह के पुत्र आशीष कुमार सिंह उर्फ़ आशिकी और साहेबगंज थाना क्षेत्र के बल्थी पिपरा निवासी शशिभूषण चौधरी के पुत्र प्रभात कुमार चौधरी के रूप में की गयी. तलाशी के दौरान आशिकी के पास से 9 एमएम का लोडेड पिस्टल, दो मैगज़ीन, एक मैगज़ीन में 05 राउंड जिन्दा कारतूस एवं एक खाली मैगज़ीन और प्रभात कुमार की जेब से 9 एमएम के 05 राउंड ज़िंदा कारतूस बरामद करने के साथ ही वाईयू का एक मोबाइल, मनीष कुमार के नाम से जारी एक पासपोर्ट, दो एचपी कंपनी का लैपटॉप चार्जर के साथ, आईडीबीआई बैंक के खाता का पासबुक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया बैंक का मनीष कुमार का हस्ताक्षरयुक्त दो ब्लैंक चेक बरामद किया गया. एसएसपी ने बताया की कुख्यात अपराधकर्मी का खास शूटर बताये जाने वाले आशिकी पर विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं. छापेमारी के दौरान विशेष टीम के साथ ही पुलिस निरीक्षक सह सदर थानाध्यक्ष सुनील कुमार रजक और सशस्त्र पुलिस बल थी. सूत्रों की माने तो यह गिरफ़्तारी गत 28 मार्च को मधुबनी में गिरफ्तार हुए सुपारी किलर से मिले इनपुट के आधार पर हुई है. मुजफ्फरपुर की विशेष पुलिस टीम विगत एक हफ्ते से उनकी टोह में लगी थी.

गिरफ्तार शूटर ने गत 6 फरवरी को सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर में मुथूट फाइनेंस कार्यालय से 10 करोड़ का सोना लूटकांड में भी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया की इस काम में उसे उसके हिस्से का एक किलोग्राम सोना मिला था और घटना के दौरान वह पास में ही अपोलो टायर दुकान के आसपास मंडरा रहा था और अपने सहयोगियों के साथ निगरानी कर रहा था. लूट में मिले हिस्से का सोना किसी स्वर्ण व्यवसायी को बेचे जाने की बात कही है, जिसका पुलिस गहनता से जांच कर रही है. अपने दो सहयोगियों मुन्ना और गोविन्द कुमार राय के साथ काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सतपुरा निवासी एक अपराधी नासिर उर्फ़ बिल्ला की हत्या, शराब के धंधे को लेकर चुन्नू ठाकुर के इशारे पर सुरेश पेंटर की हत्या, दिसम्बर 2016 में गोविन्द कुमार राय, नीरज कुमार एवं अन्य अपराधियों के सहयोग से मुंगेर जिला में सूरज साह की हत्या, खुद के निवास स्थान सदर थाना के सुभाष नगर में हत्या करने के उद्देश्य से सोनी खान को गोली मारी जो एक निर्दोष व्यक्ति सोहन को जा लगी जिससे उसकी मौत हो गयी.

जनवरी 2017 में सरैया थाना क्षेत्र में अपने सहयोगी मोनी के साथ मिलकर मुकुंद पर गोलीबारी, वैशाली के भगवानपुर थाना क्षेत्र में रंजीत ठाकुर के साथ ग्राहक सेवा केंद्र (सीएससी) कर्मचारी से 5 लाख रुपये की लूट, देवरिया थाना क्षेत्र एक एलआईसी एजेंट से एक लाख रुपये की लूट, 2018 में काँटी थाना क्षेत्र के दामोदरपुर में एक व्यक्तिसे 70 हज़ार की लूट, वैशाली के महुआ बाजार से रंजीत ठाकुर की निशानदेही पर एक लूटकांड को अंजाम दिया जिसमें 50 हज़ार रुपये हिस्सा मिला था, 22 फरवरी 2019 में सकरा थाना क्षेत्र के सूजावलपुर चौक पर चंदामामा वस्त्रालय पर रंगदारी को लेकर चुन्नू ठाकुर के इशारे पर गोलीबारी मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. गिरफ्तार अपराधियों से पुलिस टीम विस्तृत पूछताछ और जांच पड़ताल कर रही है. सम्भावना जताई जाती है की जांच के दौरान अभी कई मामलों का खुलासा हो सकता है. अपराधियों के बताये बयान के आधार पर पुलिस कार्रवाई में जुटी है.

सूत्रों की मानें तो मुजफ्फरपुर पुलिस को यह महत्वपूर्ण उपलब्धि मोतिहारी जिले के एसपी उपेंद्र कुमार सिंह के सहयोग से और मुजफ्फरपुर एसएसपी मनोज कुमार की संयुक्त कार्रवाई के कारण हासिल हुई है. बताया जाता है की मोतिहारी सिकरहना के कुंडवा चैनपुर तेलहारा निवासी 50 हजार का इनामी शातिर अपराधी व सुपारी किलर सुमन सौरभ की गत 28 मार्च की रात मधुबनी जिले के बेनीपट्टी स्थित रानीपुर से गिरफ़्तारी के बाद पुलिस को दिए बयान के आधार पर आशिक को धर दबोचने में पुलिस को सफलता मिली है.
सुपारी किलर सुमन सौरभ को उसके मोतिहारी और कोलकाता के दो साथियों के साथ मधुबनी जिले के बेनीपट्टी से मोतिहारी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मोतिहारी पुलिस को सर्विलांस के आधार पर हत्या, लूट, रंगदारी का आरोपित सुमन सौरभ के मधुबनी के रानीपुर में रहने की सूचना मिलते ही उसे उसके रिश्तेदार मनोहर झा के खटाल से सुप्तावस्था में गिरफ्तार किया था.

गिरफ्तार सुपारी किलर सुमन सौरभ ने पुलिस को दिए बयान में खुलासा किया था की जिले के सरैया से अपहृत अमित कुमार सिंह की फरीदाबाद के जीतेन्द्र नगर में मुजफ्फरपुर के गन्नीपुर निवासी कुख्यात अपराधी चुन्नू ठाकुर के कहने पर अल्कापुर निवासी मोनू, भगवानपुर नंदपुरी निवासी पवन, मोतिहारी के चिरैया थाना क्षेत्र के खड़तरी निवासी अवनीश सिंह तथा उसका भाई पंकज सिंह ने मुजफ्फरपुर के सदर थाना के सुभाष नगर निवासी शूटर आशिक के साथ बेहोश करने के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई थी, और शव को मथुरा हाईवे के बगल में जला दिया गया था. सुमन सौरभ ने पुलिस के समक्ष दिए अपने स्वीकारोक्ति बयान में अमित सिंह की हत्या में मुजफ्फरपुर के सदर थानांतर्गत सुभाष नगर निवासी चुन्नू ठाकुर के खास शूटर आशीष कुमार सिंह उर्फ़ आशिक की भी संलिप्तता बताई थी. हालाँकि अमित सिंह हत्या के सम्बन्ध में आशिक के शामिल होने की एसएसपी ने कोई जानकारी नहीं दी है.
