इजरायल की फोरेंसिक फर्म Cellebrite का दावा है कि वह किसी भी आईफोन, आईपैड और प्रीमियम एंड्रॉयड स्मार्टफोन को एक डिवाइस के जरिए अनलॉक कर सकती है। Cellebrite के इस दावे को लेकर एपल से लेकर सैमसंग, गूगल और तमाम टेक कंपनियों पर यूजर की प्राइवेसी को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
हालांकि कंपनी का मकसद किसी यूजर्स की प्राइवेसी में सेंध लगाना नहीं है, बल्कि एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करना है जिसके जरिए पुलिस या कानून की मदद की जा सके। उदाहरण के तौर पर Cellebrite की इस डिवाइस का इस्तेमाल पुलिस अपराधियों के फोन को अनलॉक करके उसमें से डाटा निकाल सकती है।

Cellebrite अपनी इस डिवाइस को यूनिवर्सल फोरेंसिक एक्सट्रैक्शन डिवाइस (UFED) नाम दिया है। फर्म की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक UFED की मदद से पुलिस किसी भी आईफोन या एंड्रॉयड स्मार्टफोन में मौजूद एप को एक्सेस करके उसमें मौजूद डाटा निकाल सकती है। इसके अलावा फोन में मौजूद कंटेंट को डिलीट भी कर सकती है।
कंपनी का दावा है कि UFED की मदद से आईओएस 7 से लेकर आईओएस 12.3 तक के आईफोन को अनलॉक किया जा सकता है। साथ ही यह डिवाइस किसी भी एंड्रॉयड स्मार्टफोन को अनलॉक कर सकती है। कंपनी का दावा है कि यह डिवाइस सैमसंग, शाओमी, मोटोरोला, एलजी और हुवाई जैसी कंपनियों के स्मार्टफोन को अनलॉक कर सकती है।
