जिस टेक्नॉलजी का समाज के विकास व इंसानी जरूरतों मे सुविधा के लिए इस्तमाल हो रही उसी त’कनीक का इस्तमाल अब सं’गीन अप’राध को अं’जाम देकर खुद छुपा’ए रखने का काम अप’राधियों ने अपना लिया है.

जी हाँ हम उसी सा’इबर क्रा’इम की बात कर रहे जिसकी कहानी आए दिन हम सुनते है और फिर अगली सुबह भू’ल भी जाते है. पर कभी ये जानने की कोशिश भी नही करते है के इस सा’इबर क्रा’इम के पी’ड़ित व उनके परिवार पे इसका क्या प्र’भाव प’ड़ा .

आज के इस आधुनिक युग मे सोशल मीडिया अ’भिव्यक्ति व सम्पर्क का बे’हतरीन व आसान प्लेटफार्म है. पर कुछ कुं’ठित व आ’पराधिक मा’नसिकता के लोग इसी सोशल मीडिया का इस्तमाल कर उन्माद फै’लने के अलावे चु’पके से कई घ’रो को ब’र्बाद कर बड़ी आ’सानी से ब’च कर निक’ल भी जाते है.

ताजा मा’मला एक निजी चैनल के सम्पादक सह जर्नलिस्ट मीडिया कौं’सिल के प्रदेश अध्यक्ष के साथ घ’टित हुई. पी’ड़ित पत्रकार ने अपने गृह जिला सुपौल था’ने मे मा’मला द’र्ज करवा कर पुलिस से न्या’य की गु’हार लगाई.

पुलिस ने मा’मला तो द’र्ज कर लिया पर दो’षि अब भी खु’ले घू’म रहे है. चुकी दो’षियो को द’बंगों व कुछ नेताआें का संरक्षण भी प्राप्त है जिससे जर्नलिस्ट मीडिया कौंसिल के पत्रकारो मे का’फी आ’क्रोश है.

संघ के संरक्षक संयोजक व नेशनल कमिटी के निर्देश पे राज्य व जिला स्तरों पे संघ के पत्रकार बैठको का दौ’ड़ शुरू कर प्रशासन से अभि’युक्तो की अवि’लंब गिर’फ्तारी की माँ’ग कर रहे है.

इसी क’ड़ी मे आज प्रदेश अध्यक्ष के आ’वास पे एक आपात कालीन बैठक बुलाई गई और जल्द ही एक टीम गठि’त कर बिहार के DGP महोदय व सुपौल पुलिस अधीक्षक महोदय से मिलकर इस मा’मले की लिखित रूप मे स’मर्पित करने का नि’र्णय लिया गया.

