
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : नेपाल के तराई क्षेत्राें और उत्तर बिहार के कई जिलों में जारी बारिश से नदियां उफा’न पर हैं. जलस्तर में हुई भारी वृद्धि से जिले के तीन प्रखंड क्रमश: औराई, कटरा और गायघाट बा’ढ़ की विभी’षिका झेल रहे हैं. इसे देखते हुए जिलाधिकारी ने देर रात एक आ’पात बैठक बुलाई और उपस्थित पदाधिकारियों को बा’ढ़ की विभी’षिका के मद्देनजर कई आवश्यक निर्देश दिये.

अपर समाहर्ता, आपदा को कटरा, वरीय उप समाहर्ता शिवशंकर प्रसाद को औराई औऱ जिला लोकशिकायत निवारण पदाधिकारी को गायघाट का प्रभारी बनाया गया है. उनके साथ वरीय पदाधिकारियों की टीम भी बनाई गई है. सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी संबंधित प्रखंडों में ही कैम्प करेंगे.

जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा है कि इस विषम परिस्थिति में सभी पदाधिकारी अपने उत्तरदायित्वों के पालन में जरा सी भी को’ताही न बरतें. सभी पदाधिकारी प्रखंडों के लिए सोमवार सुबह 4 बजे ही कूच करेंगे.

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी बा’ढ़ ग्रस्त इलाकों से लोगों को रेस्क्यू करने का कार्य करेंगे, राहत केंद्रों के संचालन, मेडिकल कैम्प इत्यादि की सतत् माॅनि’टरिंग करेंगे. साथ ही रा’हत केंद्रों में दिए जा रहे खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता को भी परखेंगे. जिला प्रशासन बाढ़ को लेकर सत’र्क है, साथ ही जो क्षेत्र प्र’भावित है वहाँ ब’चाव व रा’हत का कार्य शुरू कर दिया गया है.

गौरतलब हो कि कोसी बराज के 56 में से 40 गेट खुलने से कोसी नदी उफा’न पर है जिससे स्थिति और भ’यावह हो गई है. कटरा, औराई और गायघाट प्रखंड के दर्जनों गांव में बा’ढ़ का पानी प्रवेश कर गया है जिससे हजारों लोग प्रभा’वित हैं. कटरा के उत्तरी इलाके का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भं’ग हो गया है.


