पूर्व विदेश मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात नि’धन हो गया। अपने नि’धन से कुछ घंटे पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को ह’टाए जाने पर बधाई दी और ट्वीट किया, ”अपने जीवनकाल में यह दिन देखने का मैं इंतजार कर रही थी।

मंगलवार की शाम किया गया यह ट्वीट उनका आखिरी ट्वीट बन गया। उन्होंने लिखा, ”धन्यवाद नरेंद्र मोदी जी-धन्यवाद प्रधानमंत्री। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। इसे मृ’त्यु का ‘आभास कहें या कुछ और कि उन्होंने लिखा, ”अपने जीवनकाल में यह दिन देखने का मैं इंतजार कर रही थी।

उनके इस अंतिम ट्वीट के शब्दों ने उनके समर्थकों और प्रशंसकों को दुख के साथ झ’कझो’रकर रख दिया है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को ह’टाए जाने पर सरकार की प्रशंसा में यह उनका दूसरा ट्वीट था। सोमवार को राज्यसभा में संबंधित संकल्प और विधेयक पारित होने पर उन्होंने ट्वीट किया था, ”मैं गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को बधाई देती हूं, राज्यसभा में उनके शानदार प्रद’र्शन के लिए।


सुषमा स्वराज का सियासी सफर:
1970 में उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की।
1977-82 और 1987-89 तक वह हरियाणा विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुईं।
1990 में राज्यसभा सदस्य बनीं।
1996 और 1998 में दक्षिण दिल्ली से लोकसभा सांसद बनी।

1998 में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी।
1999 में भाजपा ने उन्हें सोनिया गांधी के खि’लाफ बेल्लारी से उतारा, जिसमें सात फीसदी मतों से हा’र मिली।
2000 से 2003 तक केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहीं।
2003 से 2004 तक स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभाला। उनके स्वास्थ्य मंत्री रहते केंद्र ने छह नए एम्स को हरी झंडी दी।
