केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बोर्ड परीक्षा में 2020 से बदलाव करने का निर्णय लिया है। सीबीएसई हेडक्वार्टर ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि 10वीं और 12वीं के विषयों में विवरणात्मक (डि्क्रिरप्टिव) प्रश्नों की संख्या कम की गई है। कक्षा 10 के कई विषयों जैसे हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, गृह विज्ञान और संस्कृत जैसे विषयों की विवरणात्मक प्रश्नों की संख्या कम कर दी गई है। इसे छात्रों के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इससे छात्रों को प्रश्नों का उत्तर देने में आसानी होगी।

12वीं के भी गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री, अकाउंट, सोशियोलॉजी, इकॉनोमिक्स,बिजनेस स्टडीज विषयों में विवरणात्मक प्रश्नों की संख्या घटाई गई है। अब छात्र कम समय में भी अपना प्रश्नपत्र कर सकते हैं, हालांकि बोर्ड ने प्रश्नों के उत्तर देने की समय सीमा में किसी तरह की कटौती नहीं की है। बोर्ड ने सभी विषयों में 20 अंक प्रयोगात्मक तथा आंतरिक मूल्यांकन के निर्धारित किए हैं।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के तहत नौवीं व 11वीं में रजिस्ट्रेशन के समय बिना संबद्धता (एफिलिएशन) वाले विषय भरने पर छात्रों को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। साथ ही संबंधित स्कूल के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने स्पष्ट कहा है कि स्कूल उन्हीं विषयों के लिए 9वीं और 11वीं में छात्रों का रजिस्ट्रेशन करें, जिनकी संबद्धता बोर्ड द्वारा स्कूलों को दी गयी है। अगर बिना संबद्धता के विषय स्कूल या छात्रों द्वारा रजिस्ट्रेशन में भरे जायेंगे तो ऐसी स्थिति में रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जायेगा।
