भागलपुर में भीखनपुर स्थित बाबा दुर्गेश्वर मिश्रा के साधु सेवा आश्रम से लापता महिला शनिवार देर शाम घर लौट कर आ गईं। इससे पहले महिला के गा’यब करने का आ’रोप लगा महिला के परिजनों ने आश्रम में तो’ड़फो’ड़ और हंगा’मा म’चाया था।
महिला ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि बाबा दुर्गेश्वर मिश्रा के कहने पर ही घर में शांति के लिए हवन करने बासुकीनाथ चले गए थे लेकिन बाबा के बासुकीनाथ नहीं पहुंचने पर वह घर लौट आई। रविवार को महिला पति के साथ सिटी डीएसपी के पास पहुंची। महिला ने अ’पहरण की घ’टना से इंकार किया है। कोतवाली थाने की महिला दारोगा कुमारी नीता ने महिला का बयान दर्ज किया। गि’रफ्तार बाबा को एसएसपी के निर्देश पर इशाकचक थाने के इंस्पेक्टर ने जमानत पर छो’ड़ दिया।
घरवालों से पूरी बात छिपाने को कहा था
नाथनगर इ’लाके की रहने वाली महिला ने 161 के तहत दिए बयान में कहा है कि 20 अगस्त को वह बाबा दुर्गेश्वर मिश्रा से मिलने भीखनपुर स्थित मोती मिश्रा लेन आश्रम गयी थी। उसने बाबा को बताया कि पति कर्ज में डू’बे हैं और घर में अशांति का माहौल है। बाबा को घर की सारी बातें बताई। इस पर बाबा ने कहा कि आज जाओ तुम्हारे घर पर आता हूं। 22 अगस्त को बाबा घर पर आए।
खाना खाए और तीनों बच्चों का हाथ देखकर कहा कि शुक्र की महादशा चल रही है। पति का दूसरी महिला से संबंध है। वेतन का पैसा महिला के पीछे खर्च हो रहा है इसलिए घर में आर्थिक प’रेशानी और अशांति बनी हुई है। बाबा से शांति के लिए उपाय पूछा गया तो कहा कि कृष्णजन्माष्टमी के दिन बासुकीनाथ मंदिर में शांति के लिए पूजा और हवन करना पड़ेगा। लेकिन इस बात की जानकारी किसी को नहीं देना है।
महिला ने कहा कि बाबा की बात मानकर 23 अगस्त की शाम घर में बिना किसी को बताए बासुकीनाथ चली गयी। 24 अगस्त को बाबा को भी बासुकीनाथ आना था। सुबह नौ बजे बाबा को फोनकर पूछा गया कि आप कितने बजे आएंगे तो बाबा ने कहा कि आप वापस लौट आइए। कुछ बात है। महिला ने कहा कि बच्चे और परिवार की चिंता होने लगी थी। सुबह से भूखी थी इसलिए देवघर और बासुकीनाथ में पूजा कर शाम चार बजे बस पकड़ शनिवार रात 11 बजे घर पहुंची। महिला ने कहा कि बाबा की मंशा क्या थी मुझे पता नहीं है।


