#PATNA #BIHAR #INDIA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार लंबे समय से वामपंथी उ’ग्रवाद से प्रभा’वित रहा है, जिसके कारण पूर्व में बड़ी घटनाएं हुईं। राज्य सरकार इसके प्रति शुरू से ही सजग रही तथा द्विपक्षीय रणनीति से इसका प्रभावकारी सामना किया है। विशेष कार्य दल का गठन कर, केंद्रीय सशस्त्र बलों के सहयोग से खुफिया सूचना पर आभियान चलाकर उ’ग्रवादी गतिविधियों पर लगाम लगाई गई है। साथ ही, प्रभावित क्षेत्रों के विकास और कल्याणकारी पहल पर विशेष फोकस किया गया है। इससे उ’ग्रवाद काफी हद तक नियंत्रण में है, जो गृह मंत्रालय के आंकड़ों से भी स्पष्ट है।

मुख्यमंत्री सोमवार को दिल्ली में वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास के सिद्धांत पर ‘आपकी सरकार-आपके द्वार’ योजना 2006 में शुरू हुई और उग्रवा’द प्रभावित क्षेत्रों में विकास के साथ सुरक्षा प्रदान करने पर कार्य किया गया। प्रभावित आठ जिलों के 25 प्रखंडों की 65 पंचायतों के लाभार्थियों को उनके द्वार पर ही सभी योजनाओं का लाभ दिया गया। आवास, विद्यालय भवन, सामुदायिक भवन, ग्रामीण सड़क निर्माण के कार्य हुए। किसी भी पुलिस कार्रवाई अथवा अभियान की सफलता की रीढ़ उससे पहले उपलब्ध कराई गई सटीक सूचना और उसका विश्लेषण होता है। इसके लिए साइबर लैब की स्थापना की गयी है। सूचना तंत्र को अधिक पेशेवर, अधिकारी-उन्मुख तथा कार्य केंद्रित बनाने के लिए इसका पुनर्गठन किया गया है। विशेष कार्य बल 2001 में दो स्क्वॉयड के साथ प्रांरभ किया गया जो अब बढ़कर 33 स्क्वॉयड हो चुका है। इसे जल्द 50 किया जाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वामपंथी उग्रवा’दी संगठन में शामिल लोग हमारे समाज और देश के ही अंश हैं। सामाजिक और आर्थिक असमानता, विकास में क्षेत्रीय असंतुलन तथा अनेक स्तरों पर भ्रष्टाचार के कारण वंचित लोगों एवं क्षेत्रों में असंतोष पैदा हुआ। इसी असंतोष और असंतुलन का फायदा उठाने में ये संगठन सफल रहे हैं। रणनीति बनाते समय हमें इन बातों पर ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उग्र’वाद की हर घटना इस बात का प्रमाण है कि इस संगठन का उद्देश्य आमलोगों की भलाई करना नहीं है। ये संगठन गैर-संवैधानिक और हिंसात्मक तरीकों का प्रयोग कर नागरिकों को उनके वाजिब अधिकार से दूर रखते हैं।