
दाएं हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज ने इस फैसले पर कुछ रिएक्शन नहीं दिया। वह केवल अंपायर की तरफ देखते रहे। केमार रोच की एक गेंद को मयंक ने बल्ले के मिडिल से खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद सीधी विकेटकीपर के पास चली गई। इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने अपील की और रिचर्ड ने बिना किसी शक के उंगली उठा दी।

मयंक अग्रवाल ऐसे में कन्फ्यूज हो गए। उन्होंने कप्तान विराट कोहली की ओर देखा। जल्द ही मयंक ने डीआरएस लेने का फैसला किया। अल्ट्रा एज तकनीक से साफ पता चला कि गेंद बल्ले से नहीं लगी थी। बड़ी स्क्रीन पर भी यह साफ दिखाया गया। लिहाजा अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा।