
डीटीओ के अनुसार 10 दिन पहले तक एक दिन में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एक से डेढ़ सौ आवेदन आते थे। अब साढ़े तीन सौ आवेदन आ रहे हैं। इसी तरह प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने वाले केंद्रों और हेलमेट की दुकानों पर भी भीड़ दिख रही है। प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने के लिए एक-एक घंटे तक कतार में खड़ा होना पड़ रहा है। बिना हेलमेट चलने वालों से एक हजार और बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने वालों पर पांच हजार रुपये का जुर्माना मुकर्रर कर दिया गया है। यानी अब बिना लाइसेंस की गाड़ी चलाने वालों की जेब कट जाएगी।

सड़क पर वाहन लेकर चलिए तो ड्राइविंग लाइसेंस पास में जरूर रखिए वरना जुर्माना भरिए। सर हम तो पीएमसीएच में मरीज को भर्ती कराने गये थे, छोड़ दीजिए इस बार पर पुलिस मानने को कतई तैयार नहीं। गुरुवार को यह नजारा राजधानी के कारगिल चौक पर दिखा। यातायात नियम तोड़ने वालों के खिलाफ चलने वाले अभियान से लोगों में डर साफ दिख रहा था। पुलिस को आस-पास भी भटकते देख युवा गाड़ी लेकर रफ्फू चक्कर हो रहे थे। इस अभियान का व्यापक रूप में असर देखने को मिला। जिनके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं थे, वे जरूरी काम से ही बाहर निकले। निकले भी तो मुख्य सड़क को छोड़कर गलियों को अपना रास्ता बना लिया। लेकिन कारगिल चौक, डाकबंगला चौराहा, इनकम टैक्स चौराहा, हड़ताली मोड़ और एयरपोर्ट गोलम्बर पर दिनभर पर परिवहन और यातायात पुलिस की सघन चेकिंग अभियान का असर दिखा। प्रत्येक व्यक्ति को रोककर ड्राइविंग लाइसेंस मांगा जा रहा था।
Source ; live hindustan