
विधायक किशनी ब्रजेश कठेरिया ने गुरुवार को डीएम पीके उपाध्याय से मुलाकात की और जानकारी दी कि करहल ब्लाक का गांव मोहब्बतपुर किशनी विधानसभा में शामिल है। इस गांव के निवासी दो भाई औसाफ अली की 15 दिन पहले और अली बहादुर की तीन दिन पहले मौ’त हो गई थी। बुधवार को विधायक गांव पहुंचे और पीड़ि’त परिवार से मुलाकात की। इस दौरान ग्रामीण भी पहुंच गए। ग्रामीणों ने जानकारी दी कि इस गांव में अल्पसंख्यक समाज के लोगों की मौ’त होती है तो कब्रिस्तान के अभाव में यहां के लोग अपने घर के आसपास ही शवों को दफनाते हैं। जिससे माहौल हमेशा गमगीन और बच्चों में भय बना रहता है। बच्चे और महिलाएं भी भ’यभीत रहती हैं।

मैनपुरी। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कब्रिस्तान की जमीन का इंतजाम करने के लिए कई बार नेताओं और उच्चाधिकारियों को बताया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विधायक ने कहा कि जिला प्रशासन कब्रिस्तान के लिए जमीन उपलब्ध करा दे वह अपनी निधि से कब्रिस्तान की बाउंड्री के लिए बजट दे देंगे। डीएम ने इस संबंध में विधायक को भरोसा दिलाया कि वह इस संबंध में एसडीएम से रिपोर्ट मांगेगे। ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान कराया जाएगा।
हालांकि इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों पहले यहां अस्थायी कब्रिस्तान था। लेकिन जैसे-जैसे आबादी बढ़ी वैसे-वैसे कब्रिस्तान पर कब्जा हो गया। लोगों ने मकान बना लिए। अब जगह बिल्कुल नहीं बची है। हाल ही में अली बहादुर और औसफ अली की मौत हुई तो घर के गेट के सामने ही कब्र बनाई गई और श’व को दफना दिया गया। चकबंदी निरस्त होने से कब्रिस्तान की जमीन की उपलब्धता की उम्मीदें भी फिलहाल धूमिल हो गई हैं। पीके उपाध्याय डीएम, मैनपुरी ने बताया कि विधायक ने इस मसले की जानकारी उन्हें दी है। एसडीएम से रिपोर्ट मांगी गई है। ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान जल्द कराया जाएगा।