#PATNA #BIHAR #INDIA : नमामि गंगे परियोजना के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक गुरुवार को नई दिल्ली में हुई। नमामि गंगे के डीजी राजीव रंजन मिश्रा ने उन सभी प्रोजेक्टों का काम 2020 तक पूरा करने के निर्देश दिए, जिन पर अभी काम चल रहा है। यमुना की तर्ज पर गंगा में भी मूर्तियों का विजर्सन रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। अक्टूबर में डीजी यहां आकर नमामि गंगे की परियोजनाओं का निरीक्षण भी करेंगे।

पटना में चल रहे सभी कार्यों की बारी-बारी से समीक्षा की गई। बेउर और कर्मलीचक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को हर हाल में इसी माह शुरू करने के निर्देश दिए गए। फिलहाल उसका ट्रायल चल रहा है। हालांकि अभी घरेलू कनेक्शन की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में वार्ड-10 व 11 में सीवर के कनेक्शन दिए जा रहे हैं। वहां 4500 में से अभी ढाई हजार से अधिक कनेक्शन दिया जाना बाकी है। सैदपुर नेटवर्क में 55 में से 40 किलोमीटर पाइप लाइन का काम पूरा किए जाने की जानकारी दी गई।

गंगा किनारे बसे शहरों के अलावा उन सहायक नदियों या नहरों किनारे बसे शहरों को भी एसटीपी से जोड़ा जाना है, जो गंगा में आकर मिलती हैं। इसके लिए 15 शहरों की डीपीआर फाइनल हो चुकी है। इनमें से सुल्तानगंज, मोकामा, मुंगेर, सोनपुर, बख्तियारपुर में काम शुरू किए जाने की भी जानकारी दी गई। बैठक में नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, बुडको के एमडी अमरेंद्र प्रसाद सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया।

