यूपी की लेडी कांस्टेबल की तस्वीर, जिससे भावुक हुआ पूरा पुलिस विभाग, DGP ने दिया ये तोहफा

सोशल मीडिया ने एक बार फिर अपना असर दिखाया है. ड्यूटी के दौरान भी मां की जिम्मेदारी और खाकी का फर्ज निभाने वाली लेडी कांस्टेबल अर्चना की जहां चर्चा हो रही है, आईजी, डीआईजी हिम्मत को सलाम कर रहे हैं, वहीं, एक कदम आगे बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने अर्चना सिंह को दिवाली का तोहफा दिया है. डीजीपी ने अर्चना का ट्रांसफर घर के पास के इलाके में कर दिया है, जिससे वह परिवार के साथ रहकर अपने बच्ची की परवरिश कर सके. Muznews.online ने भी अर्चना के इस जज्बे की कहानी को तस्वीर सहित प्रमुखता से प्रकाशित किया था.

डीजीपी ने फोन पर बात के बाद किया ट्रांसफर

डीजीपी ओपी सिंह के ट्वीट के अनुसार, उन्होंने अर्चना से आज सुबह ही बात की. इसके बाद आदेश दिए कि अर्चना का तबादला उसके घर के पास आगरा कर दिया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि अर्चना का जज्बा पुलिस विभाग को प्रेरित करने वाला है. 21वीं सदी की महिला, जो अपनी जिम्मेदारियों पर यकीन करती है, का ये सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है. अर्चना ने बताया कि वह खुश है. उसे नहीं पता था कि एक फोटो के माध्यम से उसकी बात इतनी आगे तक पहुंच जाएगी.

झांसी के मुकेश वर्मा ने ली थी अर्चना की तस्वीर

बता दें कि यूपी के जिला झांसी की शहर कोतवाली में लेडी कांस्टेबल अर्चना सिंह हैं, जो खाकी वर्दी का कर्तव्य और मां होने की जिम्मेदारी एक साथ निभा रही हैं. ड्यूटी पर होते हुए अपने बच्चे को लेकर पहुंचती हैं. बच्चे को काउंटर या मेज पर लिटाकर कोतवाली में ड्यूटी निभाती हैं. लेडी कांस्टेबल की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर वायरल हो गई. झांसी मंडल के डीआईजी सुभाष बघेल ने लेडी कांस्टेबल को नकद राशि देकर पुरस्कृत किया था. ये तस्वीर झांसी के मुकेश वर्मा ने ली थी. उन्होंने इसे अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया. इसके बाद ये तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई.

‘सब मैनेज करने की कोशिश करती हूं’

अर्चना के मुताबिक वह करीब 6 माह पहले मां बनी, जितना अवकाश मिल सकता था, उन्हें मिला. इसके बाद ड्यूटी पर लौटना पड़ा, लेकिन नवजात बच्ची अनिका को घर पर अकेला छोड़ना संभव नहीं, इसलिए ड्यूटी के बच्चे को साथ में ही रखती हैं. कोतवाली में अर्चना बच्ची को काउंटर या मेज पर लिटा देती हैं, और फिर कोतवाली के अपने काम निपटाती हैं. वह बताती हैं कि मुश्किल होती है, लेकिन ड्यूटी करनी है और मां होने की जिम्मेदारी भी पूरी करनी है, इसलिए सब मैनेज करना पड़ता है. पुलिस जैसे विभाग में अक्सर तनाव होता है, काम ज्यादा होता है, फिर भी वह सामंजस्य बैठाना बनाना पड़ता है. वह बताती है कि उन्होंने बच्ची का मुंडन भी कोतवाली के मंदिर में ही कराया था क्योंकि ड्यूटी भी करनी थी. इसमें पुलिस विभाग के कई लोग शामिल हुए थे.

तस्वीर आईपीएस नवनीत सिकेरा ने भी की थी शेयर

चर्चित आईपीएस नवनीत सिकेरा ने भी इस तस्वीर को शेयर किया था. उन्होंने अर्चना की तारीफ की थी. उन्होंने लिखा था कि पुलिस जनता की खुशियों के लिए उनकी सुरक्षा में तैनात रहकर अपनी खुशियो का गला घोंटती है, उसी प्रकार अर्चना को अपने नन्हे-मुन्ने बच्चे की परवरिश देखभाल भी करनी है और वर्दी का फर्ज भी अदा करना है.’ आईजी, डीआईजी के बाद डीजीपी ने भी इस तस्वीर को शेयर करते हुए तारीफ की और अर्चना का तबादला उसके घर के पास कर दिया.

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