
SITAMARHI (ARUN KUMAR) : बिहार एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. भागलपुर में पुलिस अभि’रक्षा से फ’रार हुआ दु’र्दांत अप’राधी विकास झा उर्फ़ कालिया को दिल्ली से गिर’फ्तार कर लिया गया है. भागलपुर केंद्रीय का’रा की सु’रक्षा घेरे में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से फ’रार कु’ख्यात विकास झा उर्फ कालिया गुरुवार की रात बिहार एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया. एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सहयोग से नयी दिल्ली के नांगलोई इलाके से उसे गिर’फ्तार कर लिया.

उसके पास से एक अत्या’धुनिक पि’स्टल व कई कार’तूस बरा’मद की गई है. बताया जा रहा है की बिहार एसटीएफ को यह कामयाबी विकास झा की गर्लफ्रेंड के मोबाइल सर्वि’लांस के आधार पर मिली है. पुलिस सूत्रों के अनुसार विकास झा की गर्लफ्रेंड बिहार एसटीएफ टीम की रा’डार पर थी और उसकी हर एक गतिवि’धियों की पल पल की जानकारी ली जा रही थी.

सीतामढ़ी के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि विकास झा उर्फ कालिया की गिर’फ्तारी की सूचना मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है. विकास झा उर्फ़ कालिया भागलपुर से पुलिस अभि’रक्षा से फ’रार हो गया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ की टीम उसे भागलपुर पुलिस को सौंपेगी. विकास उर्फ़ कालिया सीतामढ़ी जिले के बथनाहा थाने के बथनाहा पूर्वी गांव का रहनेवाला है.

विकास झा उर्फ कालिया, कु’ख्यात गैंगस्टर रहे संतोष झा और मुकेश पाठक गि’रोह का शार्प शू’टर बताया जाता है. वह नार्थ बिहार लिबरेशन आ’र्मी का सक्रिय सदस्य भी है. बरारी (भागलपुर) पुलिस ने होमगार्ड जवान के बयान पर प्राथ’मिकी द’र्ज की थी. विकास झा उर्फ कालिया के विरुद्ध सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा समेत विभिन्न जिलों में एक दर्जन से अधिक सं’गीन आप’राधिक मामले द’र्ज हैं.

विकास झा दोहरे ह’त्याकां’ड मामले में स’जाया’फ्ता है. दरभंगा में डबल इंजीनियर ह’त्याकां’ड में शू’टर विकास झा उर्फ कालिया समेत तीन अप’राधियों को पुलिस ने 31 दिसंबर 2015 को गिर’फ्तार किया था. सुर’क्षा कारणों से उसे सीतामढ़ी जे’ल से विशेष केंद्रीय का’रा (कैम्प जे’ल) में प्रशासिनक आधार पर शिफ्ट किया गया था. आठ अगस्त 2019 को विकास झा को माईग्रेन की शि’कायत पर इलाज हेतु भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्प’ताल, मायागंज के प्रथम तल स्थित कै’दी वार्ड में भ’र्ती कराया गया था.

जहाँ से फूलप्रू’फ प्ला’निंग के तहत 19 अगस्त 2019 की अहले सुबह 5.30 बजे मायागंज के प्रथम तल स्थित कै:दी वार्ड से होमगार्ड जवान की आंख में मिर्ची पाउडर झों’क कर अस्प’ताल के नीचे पहले से लगी एक काले रंग की पल्सर बाइक पर सवार हो कर फ’रार हो गया था. पुलिस ने विकास को छु’ड़ाने आये उसके फुफेरे भाई आयुष कुमार सिंह को गिर’फ्तार कर लिया था. विकास के भागने के बाद अन’होनी की आशं’का से उत्तर बिहार के पांच जिलों की पुलिस को अ’लर्ट भी कर दिया गया था.

पुलिस सूत्रों के अनुसार सीतामढ़ी के फ’रार गैं’गस्टर विकास झा उर्फ कालिया की तला’श में भागलपुर पुलिस ने सारा प्रयास लगा दिया था. पुलिस के साथ साथ बिहार एसटीएफ की टीम विकास झा की गर्लफ्रेंड पर पै’नी नजर रख रही थी. बता दें कि विकास झा की गर्लफ्रेंड एक चर्चित व्यक्ति की पुत्री बताई जाती है. वह व्यक्ति विकास झा से भी जुड़ा हुआ है.

सीतामढ़ी से भागलपुर का’रा ट्रांसफर होने के बाद विकास झा से मिलने उसकी गर्लफ्रेंड कई बार भागलपुर भी जा चुकी है. कै’दी वार्ड में इलाज के दौरान विकास झा की गर्लफ्रेंड भागलपुर उससे मिलने जाया करती थी और उसके साथ कै’दी वार्ड में बैठ कर घंटों बातचीत करती थी. कैदी वार्ड की सुर’क्षा में तैनात पुलिसकर्मी गर्लफ्रेंड को विकास झा से मिलाने के एवज विकास झा से पैसे भी लिए थे. इस बात की पुष्टि पुलिस के ह’त्थे चढ़े विकास झा के फुफेरे भाई आयुष सिंह ने स्वी’कारोक्ति बया’न में कही थी.

कै’दी वार्ड की सुर’क्षा में तैनात पुलिसवाले विकास झा से पैसे लेकर उसे मोबाइल से बात कराते थे. इस बात का खु’लासा होने पर जां’च के दौरान गिर’फ्तार जेल सिपाही रंजय मंडल के मोबाइल कॉल डिटेल से इस बात की पुष्टि हुई थी. गिर:फ्तार सिपाही रंजय के मोबाइल में कई बार विकास के परिजन और गर्लफ्रेंड का कॉल आया था. विकास की गर्लफ्रेंड पर नजर रखने के लिए भागलपुर पुलिस ने मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी पुलिस से भी संपर्क साधा था.
