#BIHAR #INDIA : बिहार में हो रहे उप चुनाव के दौरान विधानसभा की पांच सीटों के लिए चुनाव मैदान में उतरे कुल 43 प्रत्याशियों में 49 फीसदी यानी 21 प्रत्याशियों पर अ’पराध के मामले दर्ज हैं। इनमें 33 फीसदी (14) प्रत्याशियों के खिलाफ गंभीर किस्म के अपराध के मामले चल रहे हैं। बिहार इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने बिहार विधानसभा उप चुनाव लड़ने वाले सभी 43 उम्मीदवारों के शपथपत्र का विश्लेषण करने के बाद शनिवार को अपनी रिपोर्ट जारी की।

40 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार मैदान में
इस रिपोर्ट के अनुसार चुनाव में किस्मत आजमा रहे 40 फीसदी यानी 17 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इस चुनाव में शामिल उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.75 करोड़ रुपये है। सबसे अधिक 19 करोड़ 19 लाख 19 हजार 423 रुपये की चल-अचल संपत्ति किशनगंज से भाजपा की प्रत्याशी स्वीटी सिंह के पास है। इसके बाद कांग्रेस की किशनगंज से ही प्रत्याशी सईदा बानो के पास 8 करोड़ 85 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है। वहीं, तीसरे पायदान पर सीवान के दरौंदा से निर्दलीय उम्मीदवार व्यास सिंह है। उनके पास छह करोड़ 23 लाख 41 हजार रुपये की संपत्ति है। सबसे कम चल-अचल संपत्ति बेलहर से निर्दलीय प्रत्याशी काजम अंसारी के पास है। उनके पास तीन लाख 40 हजार रुपये की संपत्ति है।

51 फीसदी उम्मीदवार हैं कर्जदार
विधानसभा उप चुनाव में उतरे 51 फीसदी उम्मीदवार कर्जदार हैं। भाजपा की स्वीटी सिंह के पास सबसे अधिक दो करोड़ 13 लाख रुपये की देनदारी है तो बेलहर से जदयू उम्मीदवार लालधारी यादव के ऊपर 99 लाख 21 हजार की देनदारी है। मात्र तीन उम्मीदवारों ने ही अपने आयकर रिटर्न में 25 लाख रुपये से अधिक की आय घोषित की है।
