#BHAGALPUR #BIHAR #INDIA : केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने बताया कि भागलपुर में सीएमएस स्कूल के पास नाले में डेंगू के ला’र्वा बढ़ रहा है। इसके बाद मलेरिया विभाग जागा और लार्वा को नष्ट करने के लिए छिड़काव अभियान शुरू कराया। हालांकि नगर निगम के जिम्मेदार इस रिपोर्ट के बावजूद नहीं गंभीर नहीं हुए। ऐसे में मलेरिया विभाग ने अब पूरे शहर में फॉगिंग से लेकर एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराने का निर्णय लिया है।

भागलपुर में आयी बाढ़ के बाद पानी का स्तर जब कम होने लगा और डायरिया व डेंगू की बीमारी पांव पसारने लगी तो केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे की पहल पर एम्स दिल्ली, पटना व कोलकाता के विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम भागलपुर आयी थी। इस टीम ने शंका होने पर अपनी जांच में सीएमएस स्कूल के परिसर एवं नाले के पानी का एक-एक सैंपल लिया था और उसे जांच के लिए पटना भेजा था। शुक्रवार को आयी रिपोर्ट में बताया गया कि सीएमएस स्कूल के नाले में डेंगू के लार्वा पल रहे हैं।

मलेरिया विभाग की दो टीम लगी, घंटों किया छिड़काव
रिपोर्ट के आधार पर मलेरिया की विभाग को दो टीम एवं नगर निगम की एक टीम शनिवार को सुबह सीएमएस स्कूल पहुंची। इस दौरान स्कूल परिसर में निगम की टीम ने फॉगिंग की तो विभाग की दोनों टीम ने नाले में व इसके चारों ओर एंटी लार्वा दवा (टेमीफॉस) का छिड़काव कराया। प्रभारी जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि यूं तो मलेरिया विभाग की जिम्मेदारी ग्रामीण क्षेत्र एवं नगर निगम की जिम्मेदारी शहरी क्षेत्र में फॉगिंग व छिड़काव कराने की है। बावजूद डेंगू की भयावहता को देखते हुए मलेरिया विभाग ने शहर में फॉगिंग एवं छिड़काव का रोडमैप तैयार कर लिया है। इसके तहत हरेक वार्ड में एक घंटे तक लगातार ऑटो रिक्शा के जरिये फॉगिंग करायी जायेगी। इसके तीन दिन बाद जहां पर पानी का ठहराव होगा, वहां पर एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया जायेगा।

