
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : मुजफ्फरपुर के 7 वर्ष पुराने बहुच’र्चित नवरुणा ह’त्याकां’ड मामले की गु’त्थी सुल’झाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने आमलोगों से मदद की गु’हार लगाते हुए जगह-जगह पोस्टर लगाए हैं. लगाए गए पोस्टर के अनुसार सीबीआई ने यह घोषणा किया है कि इस अनसु’लझे मामले की गु’त्थी सुल’झाने वालों को सीबीआई 10 लाख रुपये का इना’म देगी.

इसे लेकर सीबीआई की ओर से पूरे जिले में पोस्टर लगाए गए हैं. जिसमे आमलोगों से म’दद की अपी’ल करते हुए इनाम दिये जाने की घो’षणा की गई है. इस बात की पु’ष्टि पटना व दिल्ली के सीबीआई अधिकारियों ने भी की है. पोस्टर में कहा गया है की “नवरुणा चक्रवर्ती, उम्र 12 वर्ष, पुत्री श्री अतुल्य चक्रवर्ती, निवासी-जवाहरलाल रोड, मुजफ्फरपुर का अपह’रण दिनांक 18-19 सितम्बर 2012 की रात्रि में कमरे की खिड़की तो’ड़ कर किया गया था तथा दिनांक 26.11.2012 को घर के सामने नाले से ला’श (कंकाल) मिली.

यदि कोई भी व्यक्ति नवरुणा के अपह’रण व ह’त्या की गु’त्थी सुलझाने में सीबीआई की मद’द करेगा, उसे रूपए 10,0000/- (दस लाख) का इ’नाम दिया जायेगा. सू’चना निम्न मोबाइल नंबर, ई-मेल व पता पर दिया जा सकता है. सीबीआई विभाग द्वारा ऐसे पोस्टर लगाए जाने पर पुरे जिले में यह च’र्चा का विषय बना है की भारत सरकार की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई जो भारत सरकार की प्रमुख जाँच एजेन्सी में से एक है, 5 वर्ष बी’त जाने के उपरांत भी किसी नती’जे पर नहीं पहुँच सकी और अपने हाथ खड़े कर लिए.

जबकि सीबीआई आप’राधिक एवं राष्ट्रीय सु’रक्षा से जुड़े हुए भिन्न-भिन्न प्रकार के मामलों की जाँ’च करने में पारंगत होती है. मुज़फ़्फ़रपुर का चर्चित नवरुणा कांड बहुत उल’झ गया है. पहले स्थानीय पुलिस, फिर सी’आईडी और फरवरी 2015 में सीबीआई ने मामले की जां’च को अपने हाथ में लिया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जां’च सितंबर 2017 तक ही पूरी कर लेने का निर्दे’श दिया था.

उसके बाद से लगातार डेडलाइन बढ़ती गई, और 5 वर्षों के गहन जां’च पड़’ताल के उपरांत भी देश की सबसे बड़ी और प्रमुख जांच एजेंसी किसी नती’जे पर नहीं पहुँच सकी है. मामले की जां’च फरवरी 2014 से ही सीबीआई द्वारा की जा रही है. लेकिन अब तक इस मामले के आरो’पियों को पकड़ा नहीं जा सका है. नवरुणा के परिजनों को अब भी न्या’य की आ’स में बाट जोह रहे हैं.

मामला 18/19 सितंबर 2012 की रात्रि का है जब मुजफ्फरपुर के नगर थाना क्षेत्र के जवाहरलाल रोड स्थित आवास से सोई अवस्था में नवरुणा का अपह’रण कर लिया गया था. ढाई महीने बाद 26 नवम्बर 2012 को उसके घर के सामने ही नाले की सफाई के दौरान मानव कं’काल बरा’मद किया गया था. उसके माता-पिता के डी’एनए जांच के बाद बरा’मद कं’काल नवरुणा का ही साबित हुआ था. शुरू में स्थानीय पुलिस ने इसकी जां’च की और बाद में मामला सीआईडी को सौंपा गया.

कोई सार्थक परि’णाम नहीं निकलने पर मामले की जां’च की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी गई. फरवरी 2014 से सीबीआइ इस मामले की जां’च कर रही. नवरूणा के पिता अतुल्य चक्रवर्ती ने कहा था कि उनकी करोड़ों की जमीन के लिए पुलिस-अपरा’धी, नेता और जमीन माफि’याओं के गठ’जोड़ से इस जघ’न्य अप’राध को अंजा’म दिया गया. फोरें’सिक जां’च भी तब हुई जब सारे नि’शान और सबू’त मिट चुके थे.



