
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : “नगर निगम के कर्मी बैठ कर मक्खी मा’र रहें हैं, पर उनसे शहर के मच्छर नहीं म’र रहें, जब निगम के पार्षद के घर में डें’गू से मौ’त हो गई तो आमजन का क्या होगा” ये कहना है नई बाजार इलाके के निवासियों का. शुक्रवार को जिले के नई बाजार निवासी वार्ड पार्षद 18 की पार्षद संजू देवी के देवर गुड्डू की डें’गू से मौ’त हो गई. वे पिछले कई दिनों से इस बी’मारी से जू’झते हुए पटना में इला’जरत थे.

आसपास के लोगो ने बताया की पास में ही मछली बाजार और सब्जी बाजार है, उसके पास में ही कू’ड़ा डं’पिंग पॉइंट बना दिया गया है, जहाँ गं’दगी का अ’म्बार पस’रा रहता है. वार्ड में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छि’ड़काव अब तक नहीं किया गया है. यह गंभीर बी’मारी जिले में महामा’री का रूप लेती जा रही है.

आधिकारिक रूप से जिले में डेंगू के 125 से ऊपर मरीज इला’जरत हैं, जबकि नई और पुरानी बाजार में ही लगभग 250-300 से ऊपर व्यक्ति डेंगू की चपे’ट में बताये जा रहे हैं. स्थानीय लोगो ने कहा की अगर नगर निगम द्वारा समयपूर्व वार्ड में एं’टी लार्वा का छि’ड़काव और फॉ’गिंग हुई होती तो यह स्थिति नहीं होती. जिले के विभिन्न मुहल्लों में ब्लीचिंग पाउडर एवं एं’टी लार्वा का छि’ड़काव नहीं हो सका है.

बता दें की जिले में प्रशासन की लापरवाही से डें’गू का जबरदस्त प्रको’प फ़ैल चुका है. प्रत्येक वार्ड में इस स्थिति की जानकारी नगर निगम व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा चुकी है. लेकिन डें’गू से ब’चाव के लिए फागिं’ग और एंटी लार्वा का छि’ड़काव व्यवस्थित तरीके से नहीं हो सका है. जिले के कई वार्ड के निवासियों द्वारा डेंगू संक्रमण प्रभावित क्षेत्र में नगर निगम की ओर से अब तक फा’गिंग और एं’टी लार्वा का छि’ड़काव नहीं किये जाने की बात कही है.

मामले पर महापौर सुरेश कुमार ने कहा की दु’खद घटना है. साफ सफाई हो रही है. दो सालों में फॉगिंग मशीन खरीदने के आदेश पारित किये जा चुके हैं, निगम प्रशासन द्वारा बहुत जल्द खरीद कर ली जाएगी. नगर निगम के पार्षद के रिश्तेदार की डें’गू से हुई मौ’त के सवाल पर उन्होंने स्वीकारते कहा की घटना के बाद निगम जागेगा और पूरी तरह से जागेगा. उन्होंने कहा की मामले में शिथि’लता बरतने वाले निगमकर्मियों को चि’न्हित कर का’र्रवाई की जाएगी. काम नहीं करने के बावजूद सातवां वेतनमान मांगने वाले कर्मियों के खिलाफ क’ड़ी का’र्रवाई की जाएगी, उन्हें इसके गंभीर परि’णाम भुग’तने होंगे.

वहीं पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी ने कहा की पूर्व से ही जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई थी. जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष और नगर आयुक्त मनेष कुमार मीणा से मिलकर आग्रह किया था की वार्डों में समुचित रूप से दवा का छि’ड़काव कराया जाये. पर छि’ड़काव नहीं हो सका. इसे लेकर सांके’तिक शहरबं’दी भी की गई थी. वार्ड भ्रमण के दौरान एक एक घर में चार से पांच लोग डेंगू की च’पेट में हैं. अविलम्ब रो’कथाम नहीं लगाई जाती है, प्रशासन द्वारा सु’धार नहीं होता है तो आगे इससे बड़ी ल’ड़ाई ल’ड़ी जाएगी.

कांग्रेसी नेता अरविन्द कुमार मुकुल ने कहा की मुजफ्फरपुर जिला पूरी तरह से डें’गू प्रभा’वित है. एक-दो नहीं डें’गू से कई मौ’ते हुई हैं. 20 अक्टूबर को नगर आयुक्त से जिला कांग्रेस कमिटी के प्रतिनिधिमंडल मिलकर जिले में डें’गू और इसके फैलते संक्र’मण मुद्दे से अवगत कराया गया था. जिला प्रशासन अगर इससे भी नहीं चे’तती है, 24 घंटे के अंदर वार्ड स्तर पर फॉ’गिंग और एं’टी लार्वा का छि’ड़काव नहीं किया गया तो जिला कांग्रेस कमिटी इसका क’ड़ा वि’रोध और आं’दोलन करेगी और डीएम, नगर आयुक्त और सिविल सर्जन को जिले में नहीं बैठने देंगे.

मौके पर मेयर सुरेश कुमार, पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी, कांग्रेसी नेता अरविन्द कुमार मुकुल, एक दर्जन वार्ड पार्षद समेत पूरा नगर निगम प्रशासन पहुंचा मौजूद था. गौरतलब हो की गत 19 अक्टूबर को जिलाधिकारी द्वारा शहरवासियों में जाग’रूकता फ़ैलाने को लेकर चार- चार डें’गू चिकनगु’निया जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाते हुए सिविल सर्जन की अध्यक्षता में जिले में स्वा’स्थ्य जां’च शिविर सह जाग’रूकता अभियान चलाये जाने की बात कही गयी थी जो अब तक धरा’तल पर नहीं उतर सकी है.



