
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : फसल अवशे’ष प्रबंधन विषय पर जिलास्तरीय अंतर्विभागीय कार्य-समूह की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में हुई। बैठक में मुख्य रूप से फसलों के अवशे’ष को खेतों में न ज’लाने तथा फसल अवशे’ष ज’लाने से होने वाले नुक’सान के प्रति किसानों तथा आम जनों को अधिक से अधिक जाग’रूक किया जाय, इस परिपेक्ष्य में आवश्यक निर्देश विभिन्न विभागों को दिए गए।

बैठक में डीएम ने निर्देश दिया कि आ’त्मा और कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से किसानों को प्रशि’क्षित किया जाय। उन्होंने कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पंचायत स्तर पर आयोजित किसान चौपाल तथा कृषि विभाग के अन्य कार्यक्रमो में अवशे’ष न ज’लाने के सम्बंध में किसानों को जागरूक करें। साथ ही होर्डिंग, फ्लेक्स, हैंडबिल, पोस्टर, पम्प्लेट, रेडियो जिंगल और लघु वृतचित्र के माध्यम से इसका व्यापक प्रचार- प्रसार करें।

शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया कि छात्र-छात्राओं के बीच फसल अवशेष न जलाने पर वा’द-विवा’द प्रतियोगिता, चित्रकला आदि का आयोजन करावें। वही जीविका दीदियों के माध्यम से भी गांव और टोले स्तर पर लोगो /किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए। वही जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कृषि समन्वयक, वैसे किसानों की सूचना जिला कृषि पदाधिकारी को देंगे जिनके द्वारा फसल अवशे’ष को खेतों में ज’लाया जाएगा या जलाया जा रहा है जिसकी सूचना मुख्यालय को उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यालय स्तर से इन किसानों को कृषि विभाग की सभी योजनाओं में देय अनुदान से वं’चित किया जाएगा।मालूम हो कि फसल अवशे’षों को ज’लाने से वायुमंडल में कार्बन-डाई-ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड तथा भलोटाइल ऑर्गेनिक कम्पाउंड की मात्रा बढ़ती है जिसके कारण वातावरण प्रदू’षित होता है जो जलवायु परि’वर्तन का एक कारक हो सकता है। बैठक में डीपीआरओ कमल सिंह, परियोजना निदेशक आत्मा, सबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

