
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : मुजफ्फरपुर जिले के जिला अवर निबंधक के विरुद्ध आय से अधिक संप’त्ति मामले की शि’कायत के बाद पटना से आई निगरानी अन्वे’षण ब्यूरो ने जिला निबंधक कार्यालय में लगभग ढाई घंटे तक छा’नबीन की गई. इस दौरान जिला अवर निबंधक अवकाश पर पाए गए.

मिली जानकारी के अनुसार पटना की निगरानी अन्वे’षण ब्यूरो को मुजफ्फरपुर निबंधक कार्यालय के जिला अवर निबंधक संजय ग्वालिया के विरुद्ध आय से अधिक संप’त्ति की सूचना प्राप्त हुई थी. मिली सूचना के आलोक में शनिवार दोपहर निगरानी अन्वे’षण ब्यूरो के डीएसपी विमलेन्दु कुमार वर्मा के नेतृत्व में 7 सदस्यीय टीम ने निबंधन कार्यालय में धा’वा बोला. इस दौरान निबंधन कार्यालय के मुख्य द्वार बंद कर सभी कार्य पर तत्काल रो’क लगा दी गई और रजिस्ट्रार के कार्यालय कक्ष के एक-एक कागजातों की जां’च की गई.

पटना से आये अन्वेषण ब्यूरो के डीएसपी विमलेन्दु कुमार वर्मा मीडिया से बात करने और विशेष कुछ भी बताने पर इं’कार करते दिखे, और कुछ खास नहीं बताया. ब्यूरो के डीएसपी के अनुसार जिला अवर निबंधक के खिलाफ आय से अधिक संप’त्ति की सूचना के आलोक में जांच-पड़ताल की गई जिसमें बैंक पासबुक, जमीन व निवेश के कागजातों की तला’श में पड़’ताल की गई. जां’च के दौरान अवर निबंधक के कक्ष से 49 हजार 200 रूपए नगद मिले हैं,

जानकारी के अनुसार टीम में शामिल सदस्यों ने जिला अवर निबंधक संजय ग्वालिया के कार्यालय कक्ष का एक-एक कागजात खं’गाला. इस दौरान कक्ष में रखे अलमीरा को खोलने की बात कही गई, जिस पर कार्यालय कर्मियों ने अलमीरा की चाबी रजिस्ट्रार साहब के पास होने की बात कही. अन्वे’षण ब्यूरो के डीएसपी ने कार्यालय कर्मी को चाबी बनाने वाले को लाने अथवा अलमीरा का टाला तो’ड़ने के निदेश दिए.

आनन फानन में निबंधन कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा कंपनी बाग़ से डुप्ली’केट चाबी बनाने वाले को बाइक पर बैठा कर लाया गया. अलमीरा खोलने के दौरान उसमें से 49 हजार 200 रूपए नगदी मिली.

पूर्व में भी निबंधन कार्यालय के कर्मियो द्वारा रि’श्वत ले’नदेन करते सोशल मीडिया पर वीडियो वाय’रल हुआ था. विदित को की मार्च के प्रथम सप्ताह में वा’यरल वीडियो पर संज्ञा’न लेते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी मो. सोहैल ने निबंधन कार्यालय में साधा’रण व्यक्ति के वे’ष में छा’पेमारी करते हुए अनियमितता पाये जाने पर रजिस्ट्रार को जमकर फटकार लगते हुए अरसे से कार्यालय में जमे कर्मियों का अविलम्ब फे’रबदल करने का निर्दे’श दिया था. छा’पेमारी के 5 दिन बाद ही डीएम का तबा’दला हो गया था.



