शिवसेना ने नागरिकता संशोधन विधेयक के राज्यसभा में पारित होने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार पाकिस्तान की ओर से हो रही घुसपैठ के प्रयासों को नजरअंदाज कर रही है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया है कि शरणार्थियों को नागरिकता देने का वातावरण तैयार किया जा रहा है लेकिन सरकार पाकिस्तान की ओर से हो रही घुस’पैठ के मुद्दे पर आंखें कब खोलेगी?

सामना में कहा गया है कि सरकार ने दावा किया था कि अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर से खत्म करने के बाद हालात ठीक हैं लेकिन यह गलत साबित हुआ क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से 84 बार घुसपैठ की कोशिश हुई और 59 आतं’कवादी भारत में प्रवेश कर चुके हैं।

शिवसेना ने सोमवार को लोकसभा में इस विधेयक का समर्थन किया था और राज्यसभा में वोटिंग से पहले यह कहते हुए बहिर्गमन कर गई थी कि सरकार उसके सवालों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाई। शिवसेना ने कहा, यह चौंकाने वाला है कि सीमापार से बढ़ रही घुसपैठ के बारे में संसद में जानकारी देने के बाद भी इस पर कोई चर्चा या बहस नहीं हुई।
