#BIHAR #INDIA : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर विपक्ष भ्रम फैला रहा है। सीएए के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक रूप से प्रताड़ित हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, इसाई और पारसी शरणार्थियों को नागरिकता देने का कानून है। इसमें किसी हिन्दुस्तानी की नागरिकता जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। लेकिन विपक्षी दल विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय के मुसलमानों में इस कानून के प्रति अफवाह फैला रहा है।

भाजपा के ओर से देशव्यापी चल रहे जागरुकता सम्मेलन के तहत गुरुवार को बिहार के वैशाली गढ़ में सीएए पर आयोजित जनसभा में भाजपा अध्यक्ष व गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में लोग बात तो मानवाधिकार की करते हैं लेकिन जब पीड़ितों के हित की बात आती है तो उन्हें अपने वोट बैंक के आगे कुछ नहीं दिखता है। बस अपना राजनीतिक उल्लू सीधा करने लगते हैं। पंडित नेहरू, सरदार पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना आजाद, आचार्य कृपलानी, डॉ मनमोहन सिंह सहित कई नेताओं ने पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यक विस्थापितों को भारत की नागरिकता देने की वकालत की थी।

कांग्रेस हमारी न सुने, कम से कम अपनी नेताओं की तो सुने। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि पाकिस्तान से आने वाले अल्पसंख्यकों को भारत में सुरक्षा देना संवैधानिक कर्तव्य है। आज जब मोदी सरकार वही काम कर रही है तो कांग्रेस पार्टी मत की लालबच में अपनी मति खो बैठी है और सीएए का विरोध कर रही है।

Like this:
Like Loading...