#BIHAR #INDIA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जल-जीवन-हरियाली अभियान को कभी भी राजनीतिक तौर पर नहीं देखना चाहिए। ना ही इसका विश्लेषण करना चाहिए। यह आमलोगों का अभियान है। इस अभियान को लेकर 19 जनवरी को 18 हजार किमी से अधिक लंबी बनी मानव श्रृंखला में पांच करोड़ 16 लाख लोगों से भी ज्यादा की भागीदारी हुई। यह कोई साधारण बात नहीं है। मैं सबलोगों के प्रति आभार प्रकट करते हुए अपना सम्मान व्यक्त करता हूं।

मुख्यमंत्री गुरुवार को सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर आयोजित राजकीय समारोह के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सबों से यही अपेक्षा है कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के प्रति जागृति रखते हुए सबलोग मिलकर साथ चलें और पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने का प्रयास करें। मानव श्रृंखला के लिए हमलोगों ने पहले काफी प्रचार-प्रसार चलाया। जल-जीवन-हरियाली अभियान के प्रति लोगों में जागृति आयी है। पूर्व से ही नशामुक्ति के लिए और दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ भी अलग-अलग दो बार मानव श्रृंखल बनायी जा चुकी है।

सीएम नीतीश ने कहा कि इस बार जल-जीवन-हरियाली अभियान और नशामुक्ति के पक्ष में तथा दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ मानव श्रृंखला बनायी गई। जितनी बड़ी संख्या में इस मानव श्रृंखला में लोग शामिल हुए हैं यह देखने वाली बात है। इसके प्रति मेरे मन में संतोष का भाव है। इसके लिए जो काम किया जा रहा है इसका लोगों पर असर पड़ा है। इससे निश्चित रुप से हमलोग जल की रक्षा कर सकेंगे। हरियाली को बढ़ावा दे सकेंगे। इससे आने वाली पीढ़ी का जीवन संरक्षित रख सकेंगे। इस अभियान से पर्यावरण को संतुलित रख सकते हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण जो एक खतरनाक स्थिति उत्पन्न होती जा रही है, उससे लोगों को छुटकारा मिलेगा।
