नागरिकता कानून पर हो रही राजनीति अब सिर्फ सत्ता के गलियारों तक ही सीमित नहीं रही। ये फैलकर चकाचौंध की उस दुनिया तक पहुंच गई जहां बॉलीवुड रहता है। इस फेहरिस्त में एक नाम और जुड़ गया है, अदाकारा और निर्देशक नंदिता दास का।

नंदिता दास एक एक्टिविस्ट भी हैं, जो खुलकर अपनी राय रखती हैं। हाल ही वो जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचीं थीं और वहां उन्होंने नागरिकता कानून और शाहीन बाग पर बयान दिया। नंदिता ने कहा कि यह ऐसा कानून है जिसके जरिये आपसे भारतीय होने का सबूत मांगा जा रहा है।

नंदिता दास ने सीएए और एनआरसी पर अपनी बात रखते हुए कहा कि यह बि’खराव वाला कानून है। देश में ऐसा पहली बार हो रहा है कि लोगों को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘जो लोग चार पीढ़ियों से यहां हैं, आप उन्हें बता रहे हैं कि यह आपका देश नहीं है, यह बहुत परेशान करने वाला है। मेरा मानना है कि सभी को इस पर बोलना चाहिए। लोग बोल रहे हैं और सभी जगह वि’रोध हो रहा है।’

शाहीन बाग के वि’रोध को सही ठहराते हुए नंदिता ने कहा, ‘हर जगह अब शाहीन बाग बन रहे हैं, क्योंकि इतने सारे लोग सड़क पर आ गए हैं। हर एक नागरिक, एक इंसान होने के नाते, हम सबको इस खि’लाफ बोलना चाहिए। इस देश की मान, बुनियाद है उसे संभालकर रखना चाहिए।’