बॉलीवुड में अपने सफर के बारे में बात करते हुए अनुभव सिन्हा बोले, ‘मेरे तो पूरे कॅरिअर में कम से कम तीन बार मेरा फातिहा पढ़ा गया। ‘रावन’ के बाद, ‘कैश’ के बाद और ‘तुम बिन 2’ के बाद मेरा फातिहा पढ़ा गया। जिस किसी ने भी मेरा फातिहा पढ़ा मुझे उससे कोई शिकायत नहीं है क्योंकि वो मैं डिजर्व करता था।

‘रावन’ मैंने अच्छी फिल्म नहीं बनाई, ‘कैश’ तो बहुत ही खराब फिल्म बनाई और ‘तुम बिन 2’ के वक्त तो मुझे आज तक पता नहीं। शायद नोट बंदी हो गई थी उसकी रिलीज के एक-दो हफ्ते पहले तो मुझे पता नहीं कि लोग उसकी वजह से नहीं देखने गए कि उन्हें फिल्म ही पसंद नहीं आई। बहरहाल, वो चली नहीं।’

तापसी के बारे में बात करते हुए बोले अनुभव ‘एक एक्टर में जो सारे चेक बॉक्स होते है न जो एक डायरेक्टर को चाहिए होते हैं। तापसी उन सभी पर टिक मार्क करती हैं। जब सारी चीजें एक दम करेक्ट होती हैं तो लगता है कि कुछ तो रॉन्ग हैं। वो उस हद तक करेक्ट हैं। अच्छी एक्ट्रेस हैं, डेडीकेटेड हैं, स्क्रिप्ट को लेकर उत्साहित रहती हैं और स्टारडम कभी उसने सिर पर नहीं चढ़ाया।’