बिहार में आई बाढ़ में हजारों लोगों के घर त’बाह हो गए हैं. लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. कईयों के तो घर डू’ब चुके हैं और लोग सड़क किनारे एवं बांध के किनारे रहने को विवश हैं. इन्हीं में से एक हैं बेलसंड- शिवहर के पूर्व कांग्रेस विधायक चुल्हाई दुसाध.
पूर्व एमएलए का परिवार बीते 10 साल से बांध पर तिरपाल गिराकर रहने को मजबूर है. मीनापुर प्रखंड की हरशेर पंचायत के गंगबरार गांव में खपरैल घर बूढ़ी गंडक नदी में बह गया तो चुल्हाई दुसाध ने बथान को अपना घर बनाया था. वर्ष-दर-वर्ष बूढ़ी गंडक पश्चिम में कटाव करती गई और पूर्व विधायक का परिवार मुश्किलों से जूझता चला गया.

चुल्हाई हजारे के निधन के बाद परिवार फटेहाली के दौर से गुजरने लगा. उनकी पत्नी का पेंशन तक बंद हो गया है. जिसपर बिहार सरकार कोई नज़र नहीं डालता. अपनी मां को पेंशन दिलाने के लिए चिंताहरण पासवान मुजफ्फरपुर से पटना कई सालों तक दौड़े. लेकिन आज तक सरकार की ओर से उनकी मां को कभी पेंशन नहीं मिला.
चुल्हाई दुसाध उर्फ चुल्हाई हजारे आजादी के बाद पहले बिहार विधानसभा चुनाव में बेलसंड-शिवहर संयुक्त निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस टिकट पर निर्वाचित हुए थे.