MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : ईश्वर के बाद अगर किसी व्यक्ति को जिं’दगी देता है तो वह डॉ’क्टर ही है। इसीलिए उसे धरती का भगवान कहा जाता है। हमेशा से यह धा’रणा आम जन के मान’सपटल पर रहती है कि यदि डॉ’क्टरों द्वारा मरी’ज की बात अच्छे से सुन-समझ ली जाए तो 90 प्रतिशत तक तय हो जाता है कि आखिर बी’मारी क्या हो सकती है. यदि डॉ’क्टर मरी’ज की ठीक से सुने तो उसे अमू’मन बी’मारी की दि’शा समझ आ ही जाती है.

ऐसे ही एक धै’र्यवान, संवे’दनशील और ख्या’तिप्राप्त चिकित्सक हैं शहर के संक्रा’मक रो’ग और डायबि’टीज के विशेषज्ञ
‘डाॅक्टर सौरभ’। संक्रा’मक रोग और डायबि’टीज के इलाज को लेकर इनसे इला’ज कराने दू’र-दू’र से मरी’ज आते हैं। मुजफ्फरपुर के जूरन छपरा, रोड नंबर दो में स्थित उनके क्लि’निक में गरी’ब और ला’चार मरी’जों को भी बे’हतर सुवि’धा दी जाती है, क्योंकि मार्के’टिंग और बाजा’रवाद के इस ‘बेई’मान समय’ में भी
‘डॉक्टर सौरभ’ मानव सेवा को ही अपना ध’र्म मानते हैं।

उनका कहना है की मानव से’वा सबसे बड़ा ध’र्म है। जीवन में सदै’व मानव सेवा के लिए त’त्पर रहना चाहिए। मनुष्य को अपनी शक्ति का उपयोग मानव से’वा करते हुए जीवन व्यतीत करना चाहिए। मनुष्य द्वारा किया गया कर्म ही उसका भा’ग्य विधाता होता है और अच्छे कर्मो से ही अच्छे भवि’ष्य का निर्माण होता है। उनके व्यक्तित्व के सम्बन्ध में चर्चा है की वह हमेशा ही मरी’जों की पी’ड़ा को स्वयं मह’सूस कर मरी’जों की व्य’था पूरी तन्म’यता से सुनकर आ’र्थिक तथा पारि’वारिक परेशा’नियों के साथ सामं’जस्य बिठाकर ‘प्रमाणित तथ्य आधारित डॉक्टरी’ के साथ इला’ज करते हुए मरी’जों को उनके एक बेह’तर स्व’स्थ के प्रति हमेशा ही आशान्वित करते हैं। डाॅक्टर सौरभ के काबिलियत की चर्चा मुजफ्फरपुर ही नहीं बल्कि आसपास के शहरों, गांव और कस्बों में भी होने लगी है।

यों तो डॉक्टर सौरभ जेनरल फि’जिशियन, मधु’मेह, छाती और संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ हैं लेकिन कोरो’ना काल में भी इन्होंने कई मरी’जों की को’रोना से जा’न ब’चाई है, क्योंकि कोरो’ना भी एक संक्रा’मक बी’मारी है। दूसरी ओर तेजी से समाज को ग्र’सने वाली बी’मारी डायबि’टीज को लेकर भी
‘डाॅ’क्टर सौरभ’ चर्चा में हैं। उच्च रक्तचा’प की तरह ही मधु’मेह के मरी’जों की तादाद में भी महज एक साल में दोगु’नी हो गई है. डायबि’टीज के मरी’ज इनसे इला’ज कराने दू’र दराज से आते हैं और बहुत जल्द उनका डायबि’टीज नियं’त्रित भी हो जाता है, जिसके कारण डाॅक्टर सौरभ की ख्या’ति दूर दूर तक फैल रही है। एमबीबीएस में
‘डाॅक्टर सौरभ’ गोल्ड मेडलिस्ट तो हैं ही पीजीडीसी, इंडोक्रो’नोलाॅजी और डायबि’टीज की इन्होंने राॅयल काॅलेज ऑफ फिजिशि’यन लंदन से डिग्री ले रखी है।















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