MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के 48 वें पु’ण्यतिथि के अवसर पर भूमिहार ब्राह्मण समाजिक फ्रं’ट ने सभा आयोजित कर उन्हें भावभी’नी श्र’द्धांजलि अर्पित किया। स्थानीय लंगट सिंह महाविद्यालय स्थित दिनकर जी के प्रति’मा स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता फ्रं’ट के जिला संयोजक प्रोफेसर अरुण कुमार ने किया।
इस अवसर पर श्र’द्धा सुमन अर्पि’त करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि दिनकर जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित था। उन्होंने अपनी लेखनी के द्वारा न केवल स्वतंत्र’ता आंदोलन में वीर सपू’तों का मार्गद’र्शन व उनका जो’श बढ़ाया , वल्कि देश को नया राह भी दिखाया। उन्होंने कहा कि दिनकर जी वर्षों तक मुजफ्फरपुर को एक प्रध्यापक के रूप में तथा देश को एक कुश’ल सांसद के रूप में अपना योगदा’न दिया है। जो स्म’रणीय है। हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उन्होंने अदभुत काम किया। उनका काव्य संग्रह रेणुका, हुंकार और रसवंती आज भी सामाजिक चेतना को जगाती है। दिनकर जी का प्रबंध काव्य की रच’ना कु’रुक्षेत्र , रश्मि रथी तथा उर्वशी हिंदी साहित्य को ऊंचाई प्रदान किया है। श्री कुमार ने कहा कि दिनकर जी ने हिंदी साहित्य में न सिर्फ वीर रस के काव्य को एक नई ऊंचाई दी बल्कि अपनी रच’नाओं के माध्यम से राष्ट्रीय चे’तना का भी सृ’जन किया। ऐसे में समाज के युवा पीढ़ी के लोगों को उनके जीवन को अपना आदर्श मानकर कार्य करना चाहिए।
मौके पर डॉ हरेंद्र कुमार ने दिनकर जी के जी’वनी पर प्रकाश डा’लते हुए लोगों से उनके बताए गए मार्गों का अनुसरण करने का अपील किया। कॉलेज के प्राचार्य ओम प्रकाश राय ने दिनकर जी को श्र’द्धांजलि देते हुए उनके लेखनी व कृ’तित्व को जी’वंत रखने का अपना संक’ल्प दोहराया।वहीं छात्रों को उनके जीवन से सीख लेने का आवाहन किया। अवसर पर श्र’द्धा सुमन अर्पित करने वालों में हरे राम मिश्रा, शंभू शरण ठाकुर, नवीन कुमार शर्मा, सुनील कुमार शर्मा, रणधीर कुमार सिंह, के के प्रशांत, राकेश कुमार सिंह, विवेक रंजन, मुकेश ठाकुर, राहुल कुमार, निखिल कुमार, राजेश कुमार, शुशांत कुमार, प्रियेश कुमार आदी प्रमुख हैं।