ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने का खामियाजा राजधानी के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। महत्वपूर्ण इलाकों से तो पानी निकाल दिया गया लेकिन कई इलाकों से तीन बाद भी पानी नहीं निकल सका है। लाेग घराें में कैद हैं। पीरमुहानी संप हाउस के काम नहीं करने के कारण सीडीए बिल्डिंग के पीछे वाली गली में पानी भरा है। राजवंशीनगर के कई इलाकों में जलजमाव है।
संदलपुर में मैनहोल की उड़ाही
सचिवालय कॉलोनी में घरों में पानी घुसा है। बेउर की शिवनगर कॉलोनी में करीब तीन फीट पानी है। श्रीकृष्ण विहार कॉलोनी, सिपारा, सरिस्ताबाद, रामकृष्णानगर की भी एेसी ही हालत है। राजाबाजार मछली गली में भीषण जलजमाव है। पानी काला हो गया है और बदबू देने लगा है। इससे महामारी फैलने का डर सताने लगा है। पार्षद के हाथ खड़ा करने के बाद लोग आक्रोशित होने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी निकालने की व्यवस्था की जानी चाहिए। निगम के स्वच्छता एप पर शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हाे रही है। जलजमाव वाले इलाकों में छोटे नालों से पानी नहीं निकल पा रहा है। करीब 150 पंपों की व्यवस्था नगर निगम की ओर से की गई है। कंकड़बाग अंचल में जगह-जगह पंप लगाकर पानी को पास के मुख्य नाले तक पाइप से पहुंचाया जा रहा है। इससे कुछ राहत मिली है। बेउर एसटीपी के बगल में स्थित बुडको अधिकारियों के आवासीय परिसर में भी जमा करीब चार फीट पानी को देर रात तक पंप चलाकर निकालने में सफलता मिली है। इसके अलावा राजेंद्र नगर रोड नंबर एक व दो में भी पंप लगाकर ही पानी निकाला जा रहा है।

नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने सभी अंचलों को मैनहोल व कैचपिट की सफाई का कार्य तेजी से पूरा कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने नालों में पानी का बहाव तेज रखने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा है। बांकीपुर अंचल के वार्ड 47 के संदलपुर इलाके में सोमवार को मैनहोल की सफाई सुपर शकर मशीन से कराई गई। निगम के अधिकारियों ने बताया कि दो दिनों में संदलपुर रोड के सभी मैनहोल की सफाई का कार्य पूरा करा लिया जाएगा।
यह काेई तालाब या तरणताल नहीं, पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित टेनिस कोर्ट है, जहां अक्सर स्टेट व नेशनल लेवल के टेनिस टूर्नामेंट होते हैं। जलनिकासी की व्यवस्था सही तरीके से नहीं होने से तालाब में तब्दील है। पानी निकल भी जाए, तो इस टेनिस कोर्ट को खेलने लायक बनाने में काफी परेशानी होगी।