…जब बड़ी मां से लिपटकर रोने लगे चिराग तो मां ने थाम लिया हाथ, बोलीं- मैं हूं तेरे साथ

खगड़िया. लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में दावेदारी की लड़ाई जारी है तो दूसरी ओर चिराग पासवान (Chirag Paswan) आशीर्वाद यात्रा के जरिये जन समर्थन जुटाने की मुहिम में लगे हुए हैं. बीते 5 जुलाई को दिवंगत पिता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की जयंती पर हाजीपुर से शुरू हुई उनकी यह यात्रा समस्तीपुर और बेगूसराय होते हुे खगड़िया पहुंच गई. जब वे यहां के शहरबन्नी गांव पहुंचे. यहां उनकी बड़ी मां स्वर्गीय राम विलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी रहती हैं, चिराग उन्हीं से मिलने पहुंचे. चिराग पासवान बड़ी मां को देखकर भावुक हो गए और उनसे लिपटकर रोने लगे. चिराग ने अपनी बड़ी मां से अपने चाचा की शिकायत करते हुए भावुकता से कहा- मां चाचा ने मेरे साथ गलत किया है. मां ने भी सांत्वना देते हुए चिराग का हाथ थामते हुए कहा- बेटा सब ठीक हो जाएगा.

चिराग की बड़ी मां राजकुमारी देवी (Rajkumari Devi) ने कहा कि तुम अपने को अकेले क्यों समझ रहे हो, हम लोग हैं न तुम्हारे साथ. राजकुमारी देवी ने चिराग पासवान को बेटा कहते हुए अपने हाथों से खीर खिलाई और सिर पर पगड़ी पहनाईं. बता दें कि काफी लंबे समय के बाद मां-बेटे एक दूसरे से मिले थे. दोनों एक दूसरे को देखकर रोने लगे.

बता दें कि हाल में ही मोदी कैबिनेट के विस्तार के बाद चिराग पासवान को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर भी राजकुमारी देवी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी को चिराग पासवान को मंत्रिमंडल में जगह देनी चाहिए थी. प्रधानमंत्री पर उन्‍होंने काफी भरोसा है. चिराग ने हमेशा पीएम मोदी के कार्यों की प्रशंसा की है. उन्होंने यह भी कहा था कि राम विलास पासवान का उत्‍तराधिकारी चिराग ही है इसलिए उसे ही मंत्री बनाना चाहिए था. उन्‍होंने यह भी कहा था कि लोजपा को तोड़कर पशुपति कुमार पारस ने ठीक नहीं किया. परास और लोजपा के सांसदों ने राम विलास पासवान के साथ धोखा किया है.

बता दें कि राम विलास पासवान ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली शादी वर्ष 1960 में ग्रामीण महिला राजकुमारी देवी से हुई थी. पासवान की उम्र उस वक्त सिर्फ 14 साल थी. बाद में राम विलास पासवान ने राजकुमारी देवी को तलाक देकर साल 1983 में रीना शर्मा से दूसरी शादी कर ली थी. चिराग रीना शर्मा के ही पुत्र हैं. हालांकि चिराग राजकुमारी देवी को भी अपनी मां कहते हैं और इसलिए उनका ही आशिर्वाद लेने बिहार के खगड़िया के शहरबन्नी गांव पहुंचे थे.

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